उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने हमीरपुर जिले के मौदहा में बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाने वाले अमर दुबे को मारा गिराया है. गैंगस्टर दुबे ने पिछले शुक्रवार को 8 पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही विकास दुबे (Vikas Dubey) कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है. दुबे इस नरसंहार का एक नामजद आरोपी था.
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हमीरपुर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए अमर दुबे को लेकर एक चौंका देने वाली बात सामने आई है. अमर का फेसबुक पेज काफी इंटरेस्टिंग हैं. अमर दुबे ने 4 जनवरी को पोस्ट किया था. इस पोस्ट में उसने लिखा था- 'हम नहीं सुधरेंगे'. उसके फेसबुक पेज से यह भी बता चला है कि अमर दुबे खुद को शेर मानता था. बता दें कि अमर दुबे, विकास दुबे का भरोसेमंद साथी था और नरसंहार के बाद कानपुर पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था.
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एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, पुलिस की टीम को जिले में अमर की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी. जब उन्होंने उसे घेरने की कोशिश की, तो अपराधी ने उन पर गोलियां चला दीं. इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वह करीब 6.30 बजे मारा गया. कथित तौर पर अमर मौदहा इलाके में अपने एक रिश्तेदार के घर जा रहा था. एसटीएफ के एक अधिकारी ने कहा, 'हमने उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था, लेकिन उसने फायरिंग कर दी और जब हमने जवाबी कार्रवाई की तो वह मारा गया.'
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जानकारी के मुताबिक अमर पहले फरीदाबाद में छिपा था, लेकिन पुलिस का दबाव बढ़ने के कारण वह वहां से भाग निकला. इसी दौरान कुछ पार्टियों में दावा किया गया है कि विकास दुबे को भी मंगलवार रात फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के उस तक पहुंचने से पहले ही वो भाग गया. हालांकि विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें तलाश में जुटी हैं. यूपी के आसपास के जिलों को भी अलर्ट कर दिया गया है.
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