उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़ का मुख्य आरोपी विकास दुबे की धड़-पकड़ तेज हो गई है. यूपी पुलिस लगातार कुख्यात अपराधी विकास को खोजने में जुटी हुई है. विकास दुबे पर ईनामी राशि के ऐलान के बाद अब पुलिस ने पोस्टर का सहारा लिया है. नेपाल-भारत बॉर्डर के बाद अब उन्नाव टोल प्लाजा पर हिस्ट्रीशीटर का पोस्टर चिपकाया गया है.
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इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की मदद कर रहे हैं, ताकि अपराधी दुबे का पता लगाया जा सके. गौरतलब है कि इस गैंगस्टर के नाम पर करीब 60 मामले दर्ज हैं, इसके अलावा उसे राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है.
सूत्रों का कहना है कि इंटेलिजेंस ब्यूरो और स्पेशल टास्क फोर्स को संदेह है कि गैंगस्टर चंबल के बीहड़ों में छिपा हो सकता है. उन्होंने दुबे के ठिकाने का पता लगाने के लिए मध्य प्रदेश पुलिस से भी मदद मांगी है. पुलिस उसके ठिकाने की तलाश में लगी है, वहीं अगर आगामी 24 घंटों के अंदर उसका पता नहीं चल पाता है तो राज्य सरकार उसका पता बताने वाले को भारी इनाम देने की घोषणा कर सकती है.
बता दें कानपुर से सटे बिकरु गांव में शुक्रवार को तड़के पुलिस और विकास दुबे गिरोह के बीच हुए खूनी मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे. इस मुठभेड़ में गिरोह के दो हमलावर भी मारे गए हैं. विकास दुबे के खिलाफ कानपुर के थाने में 60 एफआईआर दर्ज है. शुक्रवार को एक मामले की जांच के लिए कानपुर पुलिस बिकरु गांव गई थी. इसी समय विकास दुबे के गुर्गों ने जेसीबी मशीन लगाकर पुलिस का रास्ता बंद कर दिया. जैसे ही पुलिसकर्मी आगे बढ़े तो विकास के गुर्गों ने हर तरफ से उन पर फायरिंग शुरू कर दी थी.