कानपुर खूनी एनकाउंटर (Kanpur Encounter) मामले में बड़ी खबर आ रही है. गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas Dubey) दिल्ली में सरेंडर कर सकता है. सूत्रों के मुताबिक विकास दुबे को डर लग रहा है कि कहीं यूपी पुलिस एनकाउंटर ना कर दे. जिसके चलते वह सरेंडर कर सकता है. सूत्रों ने ये भी बताया है कि विकास दुबे दिल्ली-एनसीआर में ही छुपा है. यूपी एटीएस (ATS) सहित अन्य दूसरे ब्रांच के कुछ पुलिस अधिकारी और जवान इस मसले पर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के संपर्क में हैं. दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, गैंगस्टर विकास दुबे को डर है की उसका यूपी में एनकाउंटर हो सकता है या उसके साथ पुलिस की टीम बहुत गलत कर सकती है. इसी डर के चलते वो दिल्ली स्थित अदालत में आत्मसपर्पण कर सकता है.
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अब तक यूपी में करीब 42 मामलों का आरोपी विकास दुबे फरार
अब तक यूपी में करीब 42 मामलों का आरोपी विकास दुबे कानपुर खूनी एनकाउंटर का आरोपी है. इस मुठभेड़ में सीओ देवेन्द्र मिश्रा सहित 8 पुलिसवाले शहीद हो गए थे. हत्या करने के बाद आरोपी विकास दुबे फरार है. वारदात के 4 दिन बाद पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. लेकिन यूपी पुलिस लगातार विकास को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है. चारों तरफ से घिरने के बाद विकास अब सरेंडर कर सकता है. सूत्रों से पता चला है कि विकास दुबे बड़े वकीलों से संपर्क साधने की जुगत में है. उसके कुछ खास परिजन भी दिल्ली पहुंच गए हैं. वे सभी लोग ये प्लान बना रहे हैं कि विकास को दिल्ली में सरेंडर करवाकर उसको यूपी पुलिस के चंगुल से थोड़ा वक्त के लिए बचाया जा सके.
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शहीद CO देवेंद्र मिश्रा के भाई ने STF जांच पर उठाए गंभीर सवाल
वहीं दूसरी तरफ शहीद CO देवेंद्र मिश्रा के भाई ने STF जांच पर गंभीर सवाल उठाया है. उसके भाई का कहना है कि तत्कालीन SSP कानपुर अनंत देव अब DIG STF है उसके रहते कैसे जांच होगी. कोई अपने ऊपर जांच कैसे करेगा. अनंत देव खुद संदेह के घेरे में हैं. ये न्याय के सिद्धांत के खिलाफ है. वहीं 10 कॉन्स्टेबलों को चौबेपुर पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर किया गया है. आईजीपी कानपुर मोहित अग्रवाल के अनुसार, पुलिस स्टेशन के सभी कर्मियों को जांच के दायरे में लिया गया है. कानपुर एनकाउंटर मामले को लेकर सभी पुलिसकर्मियों को जांच के दायरे में लिया गया है. वहीं चौबेपुर पुलिस स्टेशन के विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है.