कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे की मौत कई सवाल खड़े हो रहे है. ऐसा ही एक सवाल कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्र ने उठाया है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल उठाया है कि अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या? दरअसल विकास दुबे को मारे जाने के बाद से पुलिस किसी भी सवाल का जवाब देने के बच रही है. ऐसे में अब प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी सवाल उठाया है रि अपराध को संरक्षण देने वालों का क्या होगा?
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वहीं दूसरी तरफ विकास दुबे (Vikas Dubey) के एनकाउंटर पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) ने कहा कि विकास दुबे का किन-किन राजनीतिक लोगों से पुलिस और अन्य शासकीय अधिकारी से संपर्क था, अब उसका खुलासा नहीं हो पाएगा.
कानपुर में एसटीएफ से मुठभेड़ के दौरान विकास दुबे के मारे जाने के करीब एक घंटे बाद ही कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करके कहा, 'जिसका शक था वह हो गया. विकास दुबे का किन किन राजनीतिक लोगों से, पुलिस व अन्य शासकीय अधिकारियों से उसका संपर्क था, अब उजागर नहीं हो पाएगा. पिछले 3-4 दिनों में विकास दुबे के 2 अन्य साथियों का भी एनकाउंटर हुआ है लेकिन तीनों एनकाउंटर का पैटर्न एक समान क्यों है?'
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कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'यह पता लगाना आवश्यक है विकास दुबे ने मध्यप्रदेश के उज्जैन महाकाल मंदिर को सरेंडर के लिए क्यों चुना? मध्यप्रदेश के कौन से प्रभावशाली व्यक्ति के भरोसे वो यहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस के एनकाउंटर से बचने आया था?'