Kanwar Yatra 2024: कांवड़ यात्रा के चलते उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन सतर्क है. ऐसे में कांवड़ यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा से बचाने के लिए भी कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश पुलिस सावन के महीने में थाने-चौकियों और मंदिर में गंगाजल रखवाने जा रही है. इसका मकसद विवाद को टालना है. दरअसल, कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़ खंडित होने की वजह से कई बार विवाद हो जाता है. ऐसे में यूपी पुलिस इस प्रकार की घटनाओं को रोकने की कोशिश कर रही है. इसलिए मेरठ पुलिस कांवड़ मार्गों के मंदिरों और थाने-चौकियों पर गंगाजल रखवाने जा रही है.
ये भी पढ़ें: UP: दुकानदार दुकान के बाहर लिखें अपना नाम, कावड़ यात्रा को लेकर पुलिस का फरमान
पूरे विधि-विधान से लाया जाएगा गंगाजल
थाने-चौकियों और मंदिर में गंगाजल रखवाने के लिए पुलिस हरिद्वार से विधि-विधान से गंगाजल लेकर आएगी. इस गंगाजल की मेरठ में पूजा अर्चना कराकर स्वच्छ स्थान पर रखवाया जाएगा. ऐसे में अगर कोई घटना होती है तो इसका इस्तेमाल कर विवाद को तुरंत टाला जा सके. इस गंगाजल को तुरंत कांवड़ियों को दिया जाएगा. गंगाजल जाने के लिए पूरी टीम को पुजारियों के साथ हरिद्वार भेजा जाएगा. इसके बाद इस गंगाजल को मंदिरों और थाने-चौकियों में पुजारियों द्वारा रखवाया जाएगा.
ये भी पढ़ें: कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के लिए चलेंगी स्पेशल ट्रेन, रेलवे स्टेशनों पर खोलेगा अतिरिक्त टिकट काउंटर
कांवड़ खंडित होने पर हो जाता है विवाद
बता दें कि कांवड़ यात्रा के दौरान भारी संख्या में कांवड़ियां हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने निर्धारित मंदिरों और अपने गंतव्य के लिए निकलते हैं. लेकिन कई बार रास्ते में कांवड़ किसी वजह से खंडित हो जाती है. ऐसे में विवाद की स्थिति पैदा हो जाती है. इसी विवाद को रोकने और शांति बनाए रखने के लिए मेरठ पुलिस ने मंदिरों, थानों और चौकियों में गंगाजल रखवाने की व्यवस्था की है. इसके लिए पुलिस की दो टीम पुजारियों के साथ हरिद्वार भेजी जाएगी.
देश और दुनिया की लेटेस्ट खबरें अब सीधे आपके WhatsApp पर. News Nation के WhatsApp Channel को Follow करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें: https://www.whatsapp.com/channel/0029VaeXoBTLCoWwhEBhYE10
रोजाना कराई जाएगी धूप आरती
इस गंगाजल को पात्रों में भरकर मेरठ लाया जाएगा. जहां रोजाना इसकी धूप आरती कराई जाएगी. वहीं मंदिरों में तो रोजाना पूजा आरती होती है और वहां स्वच्छता का ध्यान रखा जाता है. इसके साथ ही मंदिर में रखवाए गए गंगाजल की स्वच्छता की जिम्मदारी मंदिर के पुजारियों की होगी. जबकि थाने और चौकियों में भी गंगाजल को पुजारी एक स्वच्छ जगह का चयन कर रखवाएंगे. यहां रोजाना आरती और धूप कराई जाएगी, जिससे गंगाजल स्वच्छ और पवित्र बना रहे. किसी कांवड़िये की कांवड़ खंडित होने पर इस गंगाजल को उन्हें दिया जाएगा.
Source : News Nation Bureau