उत्तराखंड के काशीपुर में उत्तर प्रदेश पुलिस टीम पर हमले का आरोपी, एक लाख रुपये का इनामी खनन माफिया जफर को मुरादाबाद में मुठभेड़ के बाद पकड़ लिया गया है. एसएसपी ने बताया कि शनिवार को जब चेकिंग चल रही थी, तो यह व्यक्ति संदिग्ध लग रहा था. पुलिस जब इसे पकड़ने गई तो इसने गोली चला दी. जवाब में पुलिस को भी फायर करना पड़ा. पुलिस के अनुसार, जफर घायल बताया जा रहा है और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है.
बता दें कि 12 अक्टूबर को मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा पुलिस खनन माफिया जफर की तलाश में थी. पुलिस ने उसकी घेराबंदी की तो उसने एसओजी टीम पर फायर कर दिया. आरोपित का पीछा करते-करते पुलिस उत्तराखंड के कुंडा पहुंच गई.
आरोपी एक घर में छुप गया. एसओजी टीम ने जब वहां दबिश दी, तब बवाल बढ़ गया. क्षेत्रीय लोगों ने एकजुट होकर पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी.
फायरिंग में ज्येष्ठ ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत हो गई और दो पुलिसकर्मियों को भी गोली लग गई. घटना के बाद उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश की पुलिस आमने-सामने है. आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है.
इधर, यूपी पुलिस खनन माफिया जफर पर शिकंजा कसती जा रही है. एडीजी जोन राजकुमार ने माफिया पर एक लाख का इनाम घोषित किया था.
दरअसल 13 अक्टूबर को मुरादाबाद पुलिस सिविल ड्रेस में इस इनामी बदमाश का पीछा करते हुए उत्तराखंड के काशीपुर पहुंची थी जहां पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ के दौरान जसपुर ब्लॉक प्रमुख की पत्नी की मौत गोली लगने से हुई थी. सुचना मिलने पर आसपास के करीब 400 ग्रामीणों ने मुरादाबाद पुलिस को घेर लिया था लेकिन पुलिस चकमा देकर भाग गई थी. जसपुर ब्लॉक प्रमुख के आवेदन पर पुलिस ने हत्या सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया है.
वही घटना की जानकारी देते हुए डीआईजी नीलेश आनंद भरणे ने कहा था कि वह मामले की जांच कर रहे है बिना जानकारी के यूपी पुलिस जांच कैसे कर रही है.
Source : IANS