उन्नाव में रेप पीड़िता को जमानत पर छूटे आरोपियों ने जिंदा जला दिया. जिंदगी और मौत के बीच झूल रही पीड़िता ने शुक्रवार को आखिरी सांस ली. पीड़िता की मौत के बाद से देश में गम और गुस्से का माहौल है. इसके साथ ही राजनीतिक गलियारे में भी हलचल है. विपक्ष पूरी तरह से सरकार पर हमलावर हो गया है. इस मामले पर कवि और राजनेता कुमार विश्वास ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके सवाल उठाए. उन्होंने लिखा 'उन न्यायाधीश महोदय से कोई प्रश्न करेगा जिन्होंने पीड़िता की आशंका के बाद भी रेप के दबंग आरोपियों को बेल दी? उन पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही होगी जिन्होंने इतने दिनतक उस लड़की की शिकायत को FIR में नहीं बदला? सत्ता-व्यवस्था के प्रति अविश्वास लोकतंत्र में भीषण अमंगलकारी है.'
क्या उन परिवारों का सामाजिक बहिष्कार होगा जिन्होंने अपने बलात्कारी बेटों को दंडित करने की बजाय साथ खड़े होकर पीड़िता को ज़िंदा जलाया? संसद में बैठे वोटों के ठेकादारों ने क़ानून न तब बनाया न अब बनाएँगे तो हमारी-आपकी सामाजिक ज़िम्मेदारी ज़्यादा बढ़ जाती है.
कुमार विश्वास ने राजनीतिक दलों को चेतावनी करते हुए ट्वीट किया कि 'ज़िंदा जली उन्नाव की बेटी ने अकेले दम नहीं तोड़ा है, उसके साथ-साथ हमारी तथाकथित संवेदनशीलता, हमारी संस्कारशीलता, हमारी न्यायपालिका, हमारी व्यवस्था और हमारी राजनैतिक इच्छाशक्ति ने भी दम तोड़ा है. ज़मीन के नीचे धधक रही असंतोष व बेचैनी की आग को पहचानो हुकमरानों वरना कुर्सी सहित जलोगे.'
बीजेपी सांसद पर निशाना
कुमार विश्वास ने अंत में बीजेपी सांसद साक्षी महाराज के उस ट्वीट का जिक्र करते हुए निशाना साधा जिसमें उन्होंने रेप के आरोपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को जन्मदिन की बधाई दी है. उन्होंने लिखा कि क्यूँ नहीं मिलता उन्नाव की बेटी को न्याय? 90 बलात्कार केस, निराला-चंद्रशेखर आज़ाद के उन्नाव में? आप सबकी उबल रही जिज्ञासा का शमन शायद वहाँ के सांसद जी के इस बधाई संदेश से हो जाए! पढ़िए और नेताओं-पार्टियों-जातियों के बंधक बनकर कुतर्क करिए ! कुछ नहीं हो सकता हम सब का.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो