नोएडा सेक्टर 93 ए में बना ट्विन टावर अब इतिहास के पन्नों में ही दिखाई देगा। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद 32 मंजिला इस ट्विन टॉवर को गिराने के लिए हथौड़ा चलाने का काम शुरू हो गया है. एडिफिस एजेंसी ने तकरीबन 200 श्रमिक और इंजीनियर को इस टावर क गिराने के लिए तैनात कर दिया है. हथौड़े और मशीनों से लैस होकर पहुंचे मजदूरों ने बिल्डिंग से दीवारें, खिड़की, दरवाजे, ग्रिल और ईंटें निकालने का काम शुरू कर दिया है.
ये भी पढ़ेंः Supertech को बड़ा झटका, 293 करोड़ रुपए की RC जारी, 40 हजार लोगों पर पड़ेगा असर
गौरतलब है कि दो टावर के बीच की दूरी के नियम का पालन न करने पर सुप्रीम कोर्ट ने टावर को अवैध घोषित कर दिया है. कोर्ट के आदेश पर अमल नहीं होने से नाराज अदालत ने 22 मई तक हर हाल में टावर को पूरी तरह ध्वस्त करने का समय दिया था. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि 20 फरवरी से 22 मई तक टावर ध्वस्त करने का समय है. टावर तोड़ने के बाद 22 अगस्त तक मलवा हटाने का काम होगा. बताया जाता है कि इस ट्विन टावर को तोड़ने में लगभग 17.55 करोड़ का खर्ज आएगा. 32 मंजिले इस टावर से 13.35 करोड़ का मलबा निकलने का अनुमान है.
HIGHLIGHTS
- SC के आदेश के बाद तोड़ने की कार्रवाई शुरू
- ट्विन टावर को ध्वस्त करने में जुटे 200 स्टाफ
- टावरों को ध्वस्त करने में आएगा 17.55 करोड़ का खर्च