लखीमपुर हिंसा मामले (Lakhimpur violence Case) में आशीष मिश्रा और अंकित दास को तीन दिन के लिए पुलिस रिमांड में भेज दिया गया है. इस मामले में SIT की टीम गुरुवार को तिकोनिया में घटनास्थल पर क्राइम सीन का रिक्रिएशन कर सकती है. क्राइम सीन रिक्रिएशन मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और अंकित दास के साथ कर सकती है. आशीष मिश्रा की रिमांड अवधि का 15 अक्टूबर सुबह 10 बजे ही खत्म हो जाएगी, इसलिए SIT क्राइम सीन रिक्रिएशन कर सकती है. क्राइम ब्रांच ने बुधवार को अंकित दास और आशीष मिश्रा का आमना-सामना कराया. इस दौरान दोनों से करीब 1 घंटे तक सवाल-जवाब हुआ.
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अंकित दास ने माना कि वो नेपाल भाग गया था. घटना के बाद लखनऊ में पहली रात अपने फ्लैट में ठहरा. फिर होटल में रुकने के बाद 8 अक्टूबर को नेपाल भाग गया था. अंकित दास ने फॉर्च्यूनर में आशीष मिश्रा के होने से इनकार किया है. उसने कहा कि हमले के कारण उसने गाड़ी तेज चलाई थी. साथ ही किसी ने कोई फायरिंग नहीं की थी. अंकित ने कहा कि मैं निर्दोष हूं, मैंने कोई घटनाक्रम नहीं किया है. हम लोग बस फ्लीट में थे. मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है.
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वहीं, लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मद्देनजर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में कांग्रेस की 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की. इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि पीड़ित चाहते हैं कि उन्हें इंसाफ मिले. उन्होंने कहा कि जिसने हत्या की है उस व्यक्ति कि पिता हिन्दुस्तान के गृह राज्यमंत्री हैं, लिहाजा जब तक वे मंत्री हैं. सही न्याय नहीं मिल सकता. राहुल गांधी ने कहा कि हमने ये बात राष्ट्रपति को बताई. उन्होंने कहा कि ये एक परिवार की नहीं बल्कि हिन्दुस्तान की आवाज है.
Source : News Nation Bureau