उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में लंबे समय से तेंदुए का आतंक बना हुआ था, जिससे ग्रामीणों में भय और चिंता का माहौल था. लाखों रुपये खर्च करने के बाद भी तेंदुए को पकड़ने में वन विभाग को कोई खास सफलता नहीं मिल रही थी. हालांकि, अब वन विभाग को आखिरकार बड़ी सफलता मिली है. शारदा नगर वन क्षेत्र में लगाए गए पिंजरे में तेंदुआ फंस गया है.
लखीमपुर में तेंदुए का आतंक खत्म
इस तेंदुए ने पांच अक्टूबर की रात गांव गंगाबेहड़ के एक बालक को मार डाला था, जिससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया था. इस घटना के बाद से वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए तेजी से प्रयास शुरू किए थे. पिंजरे लगाने के साथ-साथ ड्रोन कैमरों की मदद भी ली जा रही थी. बरसात के मौसम में जंगलों में पानी भरने के कारण वन्य जीव रिहायशी इलाकों में घुसने लगे थे, जिसके कारण घटनाओं में वृद्धि हुई.
वन विभाग की टीम ने पकड़ा तेंदुआ
ग्रामीणों का कहना था कि तेंदुए के खौफ के कारण किसान अपने खेतों तक नहीं जा पा रहे थे. इस समस्या का समाधान करने के लिए वन विभाग ने कई टीमें बनाई थीं, लेकिन सफलता नहीं मिल रही थी. आखिरकार, इंदिरा पार्क के पास लगाए गए पिंजरे में तेंदुआ फंस गया, जिससे गांव के लोग राहत की सांस ले सके.
मेडिकल के बाद जंगल में छोड़ा
वन विभाग ने बताया कि तेंदुए को मेडिकल परीक्षण के बाद जंगल में छोड़ दिया जाएगा. इसके अलावा, यह भी जानकारी मिली है कि वन विभाग ने दो अन्य आदमखोर तेंदुओं को भी पकड़ लिया है. इससे दुधवा नेशनल पार्क में बाघ और तेंदुओं की संख्या में इजाफा भी हो रहा है.
तेंदुए का आतंक समाप्त
यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि जब वन विभाग ठान ले, तो किसी भी चुनौती का सामना कर सकता है. अब स्थानीय लोग राहत महसूस कर रहे हैं और उम्मीद कर रहे हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी. वन विभाग की इस कार्रवाई ने न केवल तेंदुए के आतंक को समाप्त किया है, बल्कि ग्रामीणों के लिए एक सुरक्षित वातावरण भी बनाया है.