उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना में तेंदुए ने एक आठ साल की बच्ची की जान ले ली. यह दुखद मामला नहटौर क्षेत्र के मलकापुर गांव का है, जहां तान्या नाम की बच्ची अपनी मां के साथ चारा इकट्ठा करने जंगल गई थी. सुबह लगभग आठ बजे तेंदुए ने उस पर हमला किया, जिससे उसकी जान चली गई.
तेंदुए ने बच्ची की जान ले ली
स्थानीय पुलिस के अनुसार, घटना के समय तान्या की मां वहां मौजूद थी, और जब तेंदुए ने हमला किया, तो ग्रामीण जानवर को भगाने में सफल रहे, लेकिन तब तक बच्ची गंभीर रूप से घायल हो चुकी थी. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है.
लोगों में भय का माहौल
इस घटना ने गांव के लोगों के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया है. तेंदुए के लगातार हमलों की वजह से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है. तान्या की मौत की सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी अस्पताल पहुंचे और परिवार के सदस्यों से जानकारी ली. इसके बाद, उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण भी किया और वहां पिंजरा लगाने की तैयारी की.
30 से अधिक लोगों पर हमला
जानकारी के अनुसार, बिजनौर में तेंदुए अब तक 30 से अधिक लोगों पर हमले कर चुके हैं, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं. ग्रामीण अब अपने खेतों में जाने से भी डर रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए वन विभाग ने तेंदुओं को पकड़ने के लिए 45 विभिन्न गांवों में पिंजरे लगाए हैं. हालांकि, इन उपायों के बावजूद, तेंदुए मौका पाते ही लोगों को अपना शिकार बना लेते हैं.
प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल
इस मामले ने स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाए हैं, क्योंकि तेंदुओं के हमले की बढ़ती घटनाएं एक गंभीर समस्या बन चुकी हैं. वन विभाग को चाहिए कि वे अधिक प्रभावी उपाय करें ताकि ग्रामीण सुरक्षित महसूस कर सकें और उनकी जान-माल की रक्षा की जा सके.