UP By Election: हरियाणा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद भाजपी की नजर झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों पर है. वहीं, यूपी में भी 9 सीटों पर उपचुनाव होने वाला है. जिसे लेकर भाजपा कोई गलती नहीं करना चाहती है. लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं हुआ था.
बटेंगे तो कटेंगे नारे पर यूपी में चुनाव
वहीं, उपचुनाव में सीएम योगी के सामने बड़ी चुनौती है. इसे लेकर सीएम योगी हरियाणा की तरह ही प्रदेश में हिंदुत्व को लेकर चुनाव लड़ सकते हैं. हरियाणा में सीएम योगी के दिए गए नारे बटेंगे तो कटेंगे का असर देखने को मिला और जहां भी स्टार प्रचारक के रूप में सीएम योगी ने चुनावी रैलियों को संबोधित किया, वहां भाजपा का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा.
सीएम योगी के सामने बड़ी चुनौती
राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो सीएम योगी अपने इसी एजेंडों को लेकर यूपी में भी उपचुनाव में उतर सकते हैं. लोकसभा में मिली आलोचना के बाद सीएम योगी को खुद को साबित करने के लिए अपना दम यूपी में दिखाना होगा. वहीं, अगर सीएम योगी के नेतृत्व में भाजपा अच्छा प्रदर्शन करती है तो पार्टी में रहकर उनके खिलाफ बोलेने वालों पर विराम लग सकता है. सूत्रों की मानें तो यूपी में स्टेट लीडरशिप में ही चुनाव लड़ा जाएगा और हार-जीत में स्टेट लीडरशिप की ही जवाबदेही रहेगी.
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स्टेट लीडरशिप में लड़ा जाएगा चुनाव
हरियाणा और जम्मू कश्मीर में योगी के नारे बटेंगे तो कटेंगे का असर देखने को मिला और यह नारा यूपी में क्या हिंदू वोटर्स को लुभाने में कामयाब हो पाती है या नहीं, यह बड़ा सवाल है. योगी में दलित वोट बैंक और यादव वोट बैंक को साधना भाजपा के लिए एक बड़ा चैलेंज है. 13 नवंबर को 9 सीटों पर होने वाला उपचुनाव भाजपा के लिए किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है.
9 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान
इन सीटों के वोटों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी. हालांकि 10 सीटों पर यूपी में उपचुनाव होने वाला था, लेकिन चुनाव आयोग ने अयोध्या एक मिल्कीपुर सीट पर चुनाव के तारीख की घोषणा नहीं की है. फिलहाल, गाजियाबाद, सीसामऊ, करहल, कटेहरी, कुंदरकी, मझवां, फूलपुर, खैर, मीरापुर और मझवां विधानसभा सीटों पर चुनाव के तारीखों का ऐलान किया गया है.