लखनऊ नगर निगम का आज बजट पेश किया गया. 1 साल के दौरान नगर निगम 1769 करोड़ रुपये विकास कार्यों, तनख्वाह और पेंशन समेत दूसरे मदों में खर्च करेगा. जबकि विभिन्न टैक्स और दूसरे मदों के जरिये 1780 करोड़ की आय का लक्ष्य रखा गया है.
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ये पहला मौका है जब नगर निगम का बजट इतनी देरी से आया है. नगर निगम की कार्यकारिणी में 25 फरवरी को भी बजट पेश हुआ था लेकिन मेयर के हस्ताक्षर ना हो पाने से बजट पर संवैधानिक संकट खड़ा हो गया था. बजट सत्र बेहद हंगामेदार रहा.
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110 पार्षदों ने अपने-अपने वार्ड में 95-95 लाख रुपये के अतिरिक्त और 50-50 लाख रुपये के फंड जारी करने की मांग की. जिससे वो विकास कार्य और ज्यादा करा सकें. बजट सत्र के दौरान एक पार्षद की पुलिस द्वारा हुई गिरफ्तारी का भी विरोध हुआ.
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पक्ष और विपक्ष के पार्षदों ने गिरफ्तार पार्षद के ऊपर से मुकदमा वापस लिए जाने की भी मांग की. मेयर और सत्ता पक्ष के पार्षदों ने बजट को जहां शानदार बताया वहीं विपक्ष ने बजट पर निराशा जाहिर की.
Source : News Nation Bureau