उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्म परिवर्तन कराने वाले गैंग का खुलासा किया है. धर्मान्तरण गैंग का सरगना उमर गौतम को यूपी एटीएस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया था. इस मामले पर रोज-रोज नए खुलासे हो रहे है कि किस तरह से धर्मान्तरण गैंग हिंदुओं को मजबूर करके धर्म परिवर्तन करने पर मजबूर करता है. वहीं, यूपी पुलिस ने इस गैंग के बारे में खुलासा करते हुए बताया था कि धर्मान्तरण गैंग को विदेशों से पैसे की फंडिंग होती है. तो चलिए आप को बताते है कि इस गैंग के तार कहां-कहां जुड़े है.
दरअसल, लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र में रहमान खेड़ा गांव में लखनऊ-हरदोई हाइवे पर स्थित अल-हरम एकेडमी काफी लग्जरी है. इस एकेडमी को अल हसन एजुकेशन एंड वेलफेयर सोसाइटी संचालित करती है, इस सोसाइटी का उपाध्यक्ष है धर्मान्तरण गैंग का सरगना उमर गौतम, और वो कई बार यहां का दौरा भी कर चुका है. बताया जाता है कि यह अल-हरम एकेडमी दो बीघे जमीन से ज्यादा में बसी है. 2 बीघे ज़मीन में स्थित अकेडमी की सिर्फ ज़मीन की कीमत ही 5 से 6 करोड़ रुपए है और एकेडमी में मस्जिद और क्लासरूम के साथ ही स्टाफ क्वार्टर बनाने में भी करोड़ों रुपए खर्च हुए हैं.
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एकेडमी के चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी (CCTV) कैमरे लगे हैं. पॉश तरीके से बनी इस एकेडमी में एक शानदार और वेल फिनिश मस्जिद भी है. सवाल यही है कि कम से कम 10 करोड़ की इस प्रॉपर्टी को खड़ी करने के लिए ये करोड़ों रुपए कहां से आए. जब हमने यह जानने की कोशिश की तो अल हरम एकेडमी के लोगों के पास इसका कोई जवाब नहीं है और एकेडमी के लोगों ने खुद को अंदर लॉक कर लिया.
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इस एकेडमी को खड़ा करने के लिए करोड़ों रुपए कहां से आए. इसका जवाब ATS दे चुकी है कि इस्लामिक दावा सेंटर को ISI, अरब मुल्कों के अलावा USA से भी कट्टरपंथी मुस्लिम संघटन पैसा भेजते थे और उसी फंडिंग से देश में इसी तरह की धर्मान्तरण की फैक्ट्रियां खड़ी की गई हैं.
HIGHLIGHTS
- 10 करोड़ से ऊपर के मदरसे और मस्जिद के लिए कहां से आया पैसा
- एकेडमी के चप्पे चप्पे पर सीसीटीवी (CCTV) कैमरे लगे हैं
- इस एकेडमी को खड़ा करने के लिए करोड़ों रुपए कहां से आए