अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी को दोबारा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुन लिया गया है. महंत नरेंद्र गिरी हरिद्वार में अखाड़ा परिषद की बैठक में सर्वसम्मति से दोबारा अध्यक्ष चुने गए. इसके अलावा महंत हरी गिरी को एक बार फिर से अखाड़ा परिषद का महामंत्री भी चुना गया है. हरिद्वार में बड़ा उदासीन अखाड़े में हुई बैठक में इस नई कार्यकारिणी का गठन हुआ. अब अगले पांच सालों तक के लिए महंत नरेंद्र गिरी अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और अखाड़ा परिषद के महामंत्री बने रहेंगे.
इसके पहले मार्च 2015 में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव और मठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि को सर्वसम्मति से अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुना गया था. उस समय उनके नाम का प्रस्ताव बड़ा उदासीन अखाड़े के श्रीमहंत रघुमुनि ने रखा था, जिसका महानिर्वाणी अखाड़े के श्रीमहंत प्रकाश पुरी ने समर्थन किया था. इसी तरह जूना अखाड़े के महंत हरिगिरि को दोबारा परिषद का महामंत्री चुना गया था.
जूना के संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि की मौजूदगी में काशी में श्रीमहंत प्रेम गिरि जी महाराज को जूना अखाड़े का सभापति और श्रीमहंत नारायण गिरि जी महाराज को अखाड़े का अंतरराष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया था. इसी क्रम में अखाड़े के रमता पंच ने भी शपथ थी। साथ ही अन्य पदों पर भी संतों की नियुक्ति की गई.
फरवरी में चुने गए थे निरंजनी के सचिव
इसके पहले प्रयागराज कुंभ में तीसरे शाही स्नानपर्व वसंत पंचमी पर डुबकी लगाने के बाद काशी में पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के चुनाव में मठ बाघंबरी गद्दी के महंत और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि जी महाराज को दूसरी बार अखाड़े का सचिव नियुक्त किया गया था. उन्होंने बताया कि सभी संत महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दर्शन और पूजन अर्चन के बाद अन्य देवों, देवियों का भी दर्शन करेंगे.
Source : मानवेंद्र सिंह