Mainpuri bypoll : उत्तर प्रदेश में मैनपुरी लोकसभा सीट (Mainpuri bypoll) के लिए हो रहे उपचुनाव में 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. समाजवादी पार्टी (SP) ने जहां डिंपल यादव (Dimple Yadav) को प्रत्याशी बनाया है तो वहीं भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा करने वाली है. सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी पत्नी डिंपल यादव को मैनपुरी से प्रत्याशी बनाकर एक तीर से दो निशाने लगाए हैं.
यह भी पढ़ें : Gujarat Assembly Election: 2002 से बीजेपी की सीटें हर चुनाव में हुईं कम, कांग्रेस की बढ़ी
दरअसल, डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाकर अखिलेश ने मुलायम सिंह की विरासत भी अपने आप से दूर नहीं जाने दी है. शिवपाल भी डिंपल के खिलाफ प्रत्याशी नहीं उतारेंगे, ऐसा उन्होंने न्यूज नेशन से बात करते हुए स्पष्ट कर दिया था.
अखिलेश यादव ने मैनपुरी से डिंपल को उतारकर डबल गेम खेला है, जबकि जानकारी मिल रही है कि मैनपुरी सीट के लिए अखिलेश ने एक इंटरनल सर्वे करवाया था, उसमें तीन नाम निकल कर सामने आए थे. पहला नाम शिवपाल यादव का था तो वहीं दूसरा डिंपल यादव का और तीसरा नाम तेज प्रताप यादव का था. लेकिन, समाजवादी पार्टी ने डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाने की आधिकारिक घोषणा कर दी है और शिवपाल एक बार फिर ठगे से रह गए हैं.
वहीं, बीजेपी की बात करें तो राजनीतिक गलियारों में सबसे ज्यादा जिस नाम की चर्चा चल रही है वो नाम है अपर्णा यादव का. दरअसल, अपर्णा यादव मुलायम सिंह के दूसरे बेटे प्रतीक की पत्नी हैं और मुलायम सिंह के जीवित रहते उनसे आशीर्वाद लेकर ही उन्होंने बीजेपी ज्वाइन की थी. वहीं, विगत उपचुनावों की बात करें तो सपा के खांटी गढ़ कहे जाने वाले रामपुर और आजमगढ़ को भी बीजेपी ने ध्वस्त कर दिया था, जबकि वहां से मौजूदा समय में खुद अखिलेश यादव और आजम खान सांसद थे.
यह भी पढ़ें : LIC Policy: एक बार इंवेस्ट करके हर महीने पाएं 36 हजार रुपये, ऐसे उठाएं फायदा
तो ऐसे में कहा ये जा रहा है कि बीजेपी मैनपुरी सीट पर अपर्णा यादव को उतार कर इस गढ़ को ध्वस्त करना चाहती है. अब क्या अपर्णा मैनपुरी से बीजेपी प्रत्याशी होगी या नहीं? ये बीजेपी आलाकमान तय करेगा, लेकिन दिल्ली में यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से उनकी मुलाकात यही संकेत दे रही है.
Source : Shubham Tripathi