मऊ में सोमवार को हुई हिंसा मामले में प्रदेश सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए डीआईजी का तबादल कर दिया है. नागरिकता (संशोधन) कानून (Citizenship amendment act 2019) के खिलाफ मऊ जिले के दक्षिण टोला क्षेत्र में लोगों ने हिंसक प्रदर्शन और आगजनी की थी. उग्र भीड़ ने थाने में तोड़फोड़ करते हुए उसे आग के हवाले करने की भी कोशिश की. प्रदेश सरकार ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए डीआईजी आजमगढ़ मनोज तिवारी का तबादला कर दिया है. अब उनके स्थान पर डीआईडी एसआईटी रविन्द्र गौड़ को आजमगढ़ का डीआईजी बनाया गया है.
मऊ हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर वीडियो भी वायरल हुई थे. इन वीडियो में साफ दिखाई दे रहा था कि दक्षिण टोला थाने के कम्प्यूटर कक्ष में जबर्दस्त तोड़फोड़ की गयी है. इसके अलावा एक अन्य वीडियो में दमकलकर्मी थाने की बाहरी दीवार के पास लगी आग को बुझाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं.
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दक्षिण टोला के थानाध्यक्ष निहार नंदन कुमार के मुताबिक करीब 300 लोगों की भीड़ शाम पांच से छह बजे के बीच थाने में जबरन घुस गयी और तोड़फोड़ की. उन्होंने थाने की बाहरी दीवार भी गिरा दी. पुलिस को हालात काबू में करने के लिये आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और हवाई फायरिंग का सहारा लेना पड़ा. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहन समेत कई गाड़ियां भी फूंक दी. जिलाधिकारी ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि मिर्जा हादीपुरा में कुछ युवकों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस की कार्रवाई के विरोध में ज्ञापन देने की योजना बनायी थी. देखते ही देखते मौके पर भीड़ बढ़ने लगी.
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मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया. इससे नाराज भीड़ ने दक्षिण टोला थाने के आसपास पथराव और आगजनी की. हालांकि इसमें कोई जख्मी नहीं हुआ. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने मीडिया और पुलिस की कुछ मोटरसाइकिलों में आग लगा दी.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो