उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 15 जून से गाड़ियों के केवल ई-चलान किए जाएंगे. अब चालान की मैन्युअल व्यवस्था बंद हो जाएगी. प्रदेश के 10 जिलों में योजना का सफल संचालन किए जाने के बाद यातायात निदेशालय ने यह फैसला किया. इन सभी 10 जिलों में योजना के सफल संचालन के बाद प्रदेश के सभी जिलों में नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस एवं राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा ई-चालान (e-challan) की कार्रवाई शुरू की गई.
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आईजी (यातायात) दीपक रतन ने बताया कि पहले चरण में 10 जिलों में ई-चालान की व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू की गई थी. पायलट प्रोजेक्ट सफल होने के बाद इसे अन्य जिलों में भी लागू किया गया था. जिस गाड़ी का ई-चालान किया जाता है उसका ई-चालान वाहन मालिक के मोबाइल पर एसएमएस से पहुंच जाता है. साथ ही डाक से ई-चालान की कापी भी भेजी जाती है.
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10 जिलों में योजना के सफल संचालन के बाद प्रदेश के बाकी जिलों में नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस एवं राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) द्वारा ई-चालान की कार्रवाई शुरू की गई. वाहन स्वामी को नए चालान की सूचना दिए जाने के लिए डाकखर्च की धनराशि उपलब्ध न होने के कारण कुछ जिलों में 20 प्रतिशत मैनुअल-पेपर चालान किया जा रहा था. इसके बाद अब फैसला किया गया है कि 15 जून से पेपर चालान या मैन्युअल चालान पूरी तरह से बंद कर दिया जाए और नागरिक पुलिस, यातायात पुलिस व रेलवे पुलिस द्वारा केवल ई-चालान की कार्रवाई ही की जाए.
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