नोएडा एसएसपी के कथित वायरल वीडियो मामले ने प्रदेश की पूरी ब्योक्रेसी को हिला दिया है. एक तरफ खुफिया रिपोर्ट सार्वजनिक करने को लेकर वह खुद सवालों के घेरे में हैं तो दूसरी तरफ कई और आईपीएस के नाम सामने आने से पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. सूत्रों के मुताबिक अब तक की जांच में कथित विडियो के नोएडा के साथ ही गाजियाबाद व मेरठ से वायरल होने के संकेत मिले हैं. चूंकि मामला प्रदेश शासन तक पहुंच चुका है तो इस मामले में एटीएस भी सक्रिय हो गई है. इस मामले में वीडियो बनाने से लेकर इसे सार्वजनिक करने वालों की आईपी डिटेल निकाली जा रही है.
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इस मामले में हापुड़ के एसपी संजीव सुमन का कहना है कि उनके पास इस केस से जुड़ी सभी जानकारी आ चुकी हैं. वह नोएडा के सेक्टर-20 में दर्ज हुए मामले की जांच करेंगे. बताया जा रहा है कि मामले में पुलिस विभाग के साथ ही गाजियाबाद के भी कुछ लोग शामिल हैं. इस मामले में जल्द गिरफ्तारियां हो सकती हैं.
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कई पुलिसवाले हैं रडार पर
दरअसल नोएडा एसएसपी का एक वीडियो वायरल हुआ था जिससे पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था. वीडियो वायरल होने के बाद एसएसपी वैभव कृष्ण ने खुद का बचाव करते हुए प्रेस कांफ्रेंस में एक गुप्त रिपोर्ट सार्वजनिक की जिसमें कुछ पुलिस अधिकारियों सहित लोगों का हवाला दिया गया था. इसे लेकर खुद एसएसपी वैभव कृष्ण भी कटघरे में हैं. शुक्रवार को लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर डीजीपी ओपी सिंह ने गुप्त रिपोर्ट सार्वजनिक करने के मसले पर एसएसपी से स्पष्टीकरण मांगने का निर्देश दे दिया है. डीजीपी ने साफ कहा कि गुप्त रिपोर्ट को सार्वजनिक करना ऑल इंडिया सर्विस रूल बुक की धारा-9 का उल्लंघन है.
Source : News Nation Bureau