शुक्रवार को अलीगढ़ जिले के तीन अलग-अलग इलाकों में ठेकों से अवैध देशी शराब खरीदकर पीने वाले 22 लोगों की मौत हो गई. सीएमओ ने इसकी पुष्टि की है. डेढ़ दर्जन से ज्यादा लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है. छह लोग ऐसे भी हैं, जिनकी मौत के बाद परिवारों ने बिना पुलिस प्रशासन को सूचना दिए अंतिम संस्कार कर दिया. मुख्यमंत्री योगी ने इस प्रकरण में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया था. पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच कर रहे एडीएम प्रशासन देवी प्रसाद पाल ने अपनी जांच शुरू कर दी गई हैं. इस पूरे प्रकरण को लेकर जिला आबकारी अधिकारी धीरज कुमार के साथ पांच लोगों को निलम्बित किया गया है.
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इस मामले में अब पांच लोगों को निलंबित किया जा चुका है. मुख्यमंत्री के सख्त निर्देश पर अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भूसरेड्डी ने अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा, आबकारी निरीक्षक क्षेत्र-3 राजेश कुमार यादव तथा प्रधान आबकारी सिपाही अशोक कुमार और राना को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. पुलिस टीमों ने धरपकड़ करते हुए जिले में शराब तस्करी रैकेट के तीन मुख्य आरोपियों को चिह्नित कर एक मुख्य शराब कारोबारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो मुख्य आरोपी फरार हैं, जिन पर एडीजी ने 50-50 हजार का इनाम घोषित किया है. मुख्य आरोपियों में एक ऋषि शर्मा भाजपा से जुड़े हुए हैं और निवर्तमान ब्लाक प्रमुख के पति है.
वहीं, मुख्यमंत्री ने मामले का संज्ञान लिया है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। योगी ने प्रदेश के गृह तथा आबकारी विभाग के शीर्ष अधिकारियों को अपने सरकारी आवास पर तलब कर बेहद सख्त लहजे में एक्शन का निर्देश दिया था. गौरतलब हो कि मामला अलीगढ़ जिले के लोधा थाना इलाके के करसुआ, निमाना, हैवतपुर और अंडला गांव का है. बताया जा रहा है कि जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूरी पर आईओसी का गैस बॉटलिंग प्लांट है. प्लांट के ठीक सामने करसुआ और अंडला गांव हैं. दोनों गांवों में एक ही ठेकेदार के दो छोटे ठेके हैं. गुरुवार को लोगों ने यहां से शराब खरीदकर पी थी. शराब पीने के बाद अचानक लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी.
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यहां से अवैध शराब पीकर बीमार हुए लोगों को एंबुलेंसों से जिला अस्पताल भेजा गया.। इसी बीच पता चला कि गांव के बाहर आईओसी बाटलिंग प्लांट पर आने वाले कंटेनरों के दो चालक लापता हैं. उन्हें पुलिस ने खोजा तो वे अपने कंटेनेरों में बेसुध पड़े थे. उन्हें भी अस्पताल भिजवाया गया. इसके अलावा इलाके के गांव नंदपुर पला, राइट, हैवतपुर से भी शराब पीकर बीमार होने की खबरों पर वहां से भी बीमारों को अस्पताल भिजवाया गया. इसी तरह गभाना के गांव सांगौर से भी एक बीमार को अस्पताल भेजा गया. अस्पताल से इनमें से 9 लोगों की मौत हो गई. इधर, कुछ घंटों बाद जवां इलाके के गांव छेरत में भी तीन लोगों की इसी तरह से शराब पीने से मौत की खबर मिली. वहां से भी तीनों शवों को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. इस तरह दोपहर होते-होते पोस्टमार्टम केंद्र पर 12 शवों के आने पर तमाम ग्रामीण और सियासी जमावड़ा लग गया. दोपहर में एडीजी जोन राजीव कृष्ण भी अलीगढ़ पहुंचे.
HIGHLIGHTS
- आबकारी विभाग के 5 अधिकारियों को किया जा चुका है निलंबित
- दर्जन भर से अधिक लोगों की हालत अभी भी गंभीर