Bahraich violence: यूपी के बहराइच में बीती शाम दुर्गा प्रतिमा को विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच जमकर बवाल हो गया. इस विवाद ने हिंसक रूप ले लिया और कुछ लोग अपने घरों की छतों से जुलूस पर पथराव करने लग गए. इस पथराव में कई लोग घायल हो गए. वहीं, इस पथराव में मां दुर्गा की प्रतिमा खंडित हो गई. जिसके बाद दूसरे पक्ष के लोग भी आक्रोशित हो गए. मामला बढ़ता देख पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर दिया.
बहराइच में दो पक्षों के बीच हिंसक विवाद
वहीं, इस सामुदायिक हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई और 12 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. इलाके में शांति बनाए रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. बहराइच केस में अब तक 30 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. महसी इलाके में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है. वहीं, इस घटना पर सीएम योगी ने कड़ी कार्रवाई की बात कही है. हरदी थाना प्रभारी व महसी चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है.
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सामुदायिक हिंसा में गई युवक की जान
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, महसी तहसील की प्रतिमा विसर्जन के लिए जा रही थी. इस दौरान जुलूस में गाना भी बजाया जा रहा था. अचानक से महराजगंज कस्बे के पास सोनार अब्दुल हमीद अपने बेटे के साथ वहां पहुंच गए और गाली गलौज शुरू कर दिया. जिसे लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हो गया. इस बीच कुछ लोग अपने घरों से पथराव करने लगे. पत्थरबाजी में मां दुर्गा की मूर्ति खंडित हो गई. जिसके बाद विसर्जन रोक समिति के सदस्यों ने भी प्रदर्शन शुरू कर दिया.
उपद्रवियों को नहीं बख्शा जाएगा- सीएम योगी
घटना पर पूजा समिति के सदस्यों का आरोप है कि मौके पर एसओ मौजूद नहीं थे. जब दो पक्षों के बीच विवाद बढ़ा तो पुलिस ने विसर्जन में शामिल लोगों पर ही लाठीचार्ज कर दिया. जिसकी वजह से भगदड़ मच गई और दूसरे समुदाय के लोग मृतक रामगोपाल को उठाकर ले गए. राम गोपाल की पहले बर्बरता के साथ पिटाई की गई और फिर उसे गोली मार दी गई. घटना के बाद से पूरे इलाके में दहशत का माहौल है. घटना पर सीएम योगी ने कहा कि जिसने भी माहौल खराब किया है, उसे बख्शा नहीं जाएगा. सभी उपद्रवियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.