आज सोमवती अमावस्या का स्नान पर्व है सोमवती अमावस्या के साथ आज मोनी अमावस्या का भी योग है. ज्योतिषाचार्य के अनुसार 90 वर्षो बाद यह अमावस्या पड़ रही है. धर्मनगरी हरिद्वार में पौराणिक हरकीपौड़ी पर मां गंगा में स्नान करने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड जुट रही है श्रद्धालु गंगा में आस्था की ङुबकी लगा कर पुण्य और मोक्ष की कामना कर रहे हैं. सोमवती अमावस्या के स्नान पर्व का विशेष महत्व माना जाता है इसीलिए इस मौके पर गंगा स्नान करने के लिए यहां पर देश के कोने-कोने से श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचते है. यह माना जाता है की इस अवसर पर मां गंगा में स्नान करने से सभी कष्ट दूर होते है मनोकामनाए पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है. जबरदस्त ठंड होने के बाद भी श्रद्धालुओं का ताता हरिद्वार में लगा हुआ है.
यह भी पढ़ें- Kumbh Mela 2019 : मौनी अमावस्या के अद्भुत संयोग में कुंभ का दूसरा शाही स्नान आज, जानें इसका महत्व
ज्योतिषाचार्य प्रतीक मिश्रपुरी ने कहा सोमवती अमावस्या यानि गंगा स्नान करने के लिए गंगा तटों पर श्रृद्धालुओं की भीड़ लग जाती है. सुबह 4 बजे से ही श्रद्धालु गंगा घाटों पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंच रहे हैं. उन्होंने बताया कि हरिद्वार में भी आज सुबह तड़के से ही गंगा स्नान करने के लिए हर की पौङी पर श्रद्धालुओं की भीङ जुटनी शुरु हो गई थी. सोंमवार के दिन अमावस्या पङती है तो उस दिन सोमवती अमावस्या कहलाती हैं इस दिन गंगा स्नान के साथ जप,तप और दान का खास महत्व बताया गया है. आज के दिन पितृ कार्य करने से सात जन्मो के और सात पीढ़ियों के पितृ ऋण व् पितृ दोष से मुक्त हो जाते हैं. आज के दिन मां गंगा में स्नान करने से अश्वमेघ यज्ञ के बराबर फल की प्राप्ति होती है.
उन्होंने कहा कि आज के दिन गंगा स्नान करने का मौका कोई क्यों छोङ़ना चाहेगा और हर की पौङी पर भीड का आलम यह है कि पैर रखने की भी जगह नहीं है. आज के दिन गंगा स्नान करने से परिवार में सुख सृमृद्धि तो आती ही है पितरों की आत्मा भी तृप्त होती हैं और पुण्य की प्राप्ति भी होती है.
बता दें कि सोमवती अमावस्या का स्नान साल में पड़ने वाला पहला बड़ा स्नान है इसको देखते हुए जहा प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए हुए है तो वही धर्मनगरी हरिद्वार में हरकीपौड़ी पर श्रद्धालु भारी संख्या में मां गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं और पुण्य की प्राप्ति कर रहे है.
Source : News Nation Bureau