यूपी एनकाउंटर मामले को लेकर बीएसपी (बहुजन समाज पार्टी) प्रमुख मायावाती ने कहा कि मामले को लेकर पुलिस खाना पूर्ति कर रही है. यूपी सरकार सभी दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करे और मामले की खानापूर्ति न करे. इस घटना के कई घंटे बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.
मायावाती ने विवेक हत्याकांड को दुखद बताते हुए कहा कि इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की जानी चाहिए. मायावती ने यूपी सरकार पर प्रशासन व्यवस्था को दुरुस्त रहने में नाकाम होने का आरोप लगाते हुए कहा, 'ऐसा लग रहा हैकि उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है.'
उन्होंने पीड़ित परिवार और सीएम योगी आदित्यनाथ की सोमवार सुबह हुई मुलाक़ात को लेकर कहा, 'अगर मैं सूबे की मुख्यमंत्री होती तो मैं पहले उन पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करती फिर पीड़ित परिवार से मुलाक़ात करती. योगी आदित्यनाथ ने जो किया है वह कभी नहीं करती.'
इससे पहले बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने विवेक तिवारी हत्याकांड को बेहद शर्मनाक बताते हुए कहा है कि यूपी पुलिस 'रोको और ठोको' की नीति पर काम कर रही है. घटना के बाद से ही पूरे मामले की लीपापोती शुरू हो गई है.
उन्होंने कहा कि आज सीएम से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार को आश्वासन भले ही मिला हो लेकिन जिस तरह से साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश इस मामले में अभी तक हुई है, उससे देखते हुए हमारी मांग है कि SIT जांच ज्यूडिशियल जज की निगरानी में की जाए ताकि आरोपी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके.
उन्होंने कहा, 'बीएसपी पीड़ित परिवार के साथ है और लोअर कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट और सुप्रीम तक पीड़ित परिवार को कानूनी मद्द मुहैया कराएगी.
पीड़ित परिवार फिलहाल सदमे में है और अभी देखने वाली बात ये है कि सीएम अपने आश्वासन को पूरा करते है कि नही, 2 दिन में सब पता चला जाएगा और उसके बाद हम अपनी रणनीति तय करेंगे.
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25 लाख मुआवजा बेहद कम है, इसे और बढ़ाए जाने की जरूरत है. सतीश चंद्र मिश्र ने कहा कि SIT जांच निष्पक्ष न होने पर बीएसपी CBI जांच की मांग करेगी.
Source : News Nation Bureau