उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री एवं बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो बहन मायावती ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में धार्मिक और जातीय भावना को उभारने की निंदा की है. मायावती ने राजनीतिक दलों पर आरोप लगाया है कि वे जनता के बुनियादी मुद्दों को उठाने की बजाय जाति-धर्म का मुद्दा उठा रहे हैं. मायावती ने ट्वीट किया कि, “यूपी चुनाव में विरोधी पार्टियों का जनविरोधी चाल, चरित्र, चेहरा एवं दोमुहापन पुनः उजागर. वे रोजी-रोजगार, बेरोजगारी व महंगाई आदि की पहाड़ जैसी समस्याओं को दूर कर अच्छेदिन की बात नहीं बल्कि धार्मिक-जातीय भेदभाव व नफरती बातें करके वोट माँग रहे हैं, जो कतई भी अचित नहीं है.“
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बसपा प्रमुख ने आरोप लगाया कि भाजपा का शासन अराजकता और जंगलराज है. उन्होंने ट्वीट किया कि, “यूपी की जनता ने पहले सपा और फिर भाजपा की सत्ता के पिछले 10 साल जंगलराज, अराजकता, अहंकार, जातीय व धार्मिक द्वेषपूर्ण भेदभाव आदि के बहुत संकट भरे गुजारे हैं. इसीलिए अब इनके किसी भी लुभावने वादों एवं बहकावों आदि में नहीं आएं तो बेहतर.“
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बहन मायायवती ने जनता को आगाह किया है कि वे राजनीतिक पार्टियों के जातिवाद और क्षेत्रवाद के बहकावे में न आए.