देशव्यापी लॉकडाउन (Lockdown) के चलते प्रवासी श्रमिक घर जाने को परेशान हैं. कोई पैदल तो कोई साइकिल से अपने-अपने घरों को पहुंचने के लिए जहमत उठा रहे हैं. लेकिन सरकार की तरफ से उतनी मदद नहीं मिल पा रही है, जितनी लोगों की उम्मीद है. मजदूरों की स्थिति को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया कि देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी उपेक्षा के कारण लाखों प्रवासी मजदूरों (Labour) की सर्वाधिक दुर्दशा व इसके बार्डर पर अफरातफरी हर दिन देश-दुनिया को देखने को मिल रही है. जिसकी आज अति हो चुकी है जो अति-दुःखद है. अतः यहां के सीएम की खास जिम्मेदारी है कि वे बातें कम व इनके प्रति अधिक गंभीर हों.
देश की राजधानी दिल्ली में सरकारी उपेक्षा के कारण लाखों प्रवासी मजदूरों की सर्वाधिक दुर्दशा व इसके बाॅर्डर पर अफरातफरी हर दिन देश-दुनिया को देखने को मिल रही है, जिसकी आज अति हो चुकी है जो अति-दुःखद। अतः यहाँ के सीएम की खास जिम्मेदारी है कि वे बातें कम व इनके प्रति अधिक गंभीर हों।
— Mayawati (@Mayawati) May 18, 2020
यह भी पढ़ें- ICMR ने Covid-19 की टेस्टिंग रणनीति बदली, अब सिर्फ इन लोगों की होगी कोरोना जांच
मायावती ने इशारे में ही साधा निशाना
मायावती ने किसी भी मुख्यमंत्री का नाम लिए बगैर इशारे-इशारे में निशाना साधा. उनके निशाने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अऱविंद केजरीवाल और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हैं. प्रवासी मजदूरों के लिए अरविंद केजरीवाल ने भी ज्यादा कुछ नहीं कर पाए. और योगी सरकार पर मजदूरों के पलायन के मामले में विफल रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि योगी जी सत्ता के अहंकार में डूबे हुए हैं. श्रमिकों के लिए सोनिया गांधी ने सभी राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आदेश दिया कि मजदूरों की मदद की जाए. प्रियंका गांधी ने जब सरकार को राशन का सुझाव दिया, तब इन्हें राशन का ध्यान आया. प्रियंका गांधी ने जब टेस्टिंग बढ़ाने के लिए सुझाव दिया, तब इन्हें टेस्टिंग बढ़ाने का ख्याल आया. कांग्रेस ने जब 1000 बसों का इंतज़ाम किया, तब इन्हें बस चलाने का ख्याल आया. कांग्रेस के लोगों ने UP में 60 लाख लोगों को भोजन और राशन दिया.
यह भी पढ़ें- प्रवासियों पर खर्च पैसा देने के लिए नीतीश ने भेजा था प्रस्ताव, हरियाणा सरकार ने लौटाया
अजय कुमार लल्लू ने योगी आदित्यनाथ पर किया हमला
साथ ही उन्होंने कहा कि औरैया में दुर्घटना में मारे गए मजदूरों की लाश को अमानवीय तरीके से ट्रक में भेजा गया. आप AC में बैठकर पैदल चल रहे लोगों का दुख क्या जानेंगे. आप की टीम-11 सिर्फ बैठक कर रही है. जो श्रमिक पैदल चल रहा है, वक्त आने पर वो एक-एक वोट का हिसाब लेगा. मुख्यमंत्री ने कांग्रेस से जो एक हज़ार बसों की लिस्ट हमसे मांगी हैं. हम एक हज़ार बसों की लिस्ट मुख्यमंत्री योगी को देंगे और देखेंगे कि वो हमें बसों में मजदूरों को ले जाने की इजाजत देते हैं या नहीं. 1 हज़ार बसों की सूची लेकर हम सरकार से अनुमति मांग रहे हैं, मुख्यमंत्री से मिलना चाहते हैं. लेकिन हमें अब तक समय नहीं मिला है.