New Parliament House : देश के नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. कुछ राजनीतिक दलों ने पीएम नरेंद्र मोदी के हाथों से नई संसद के उद्घाटन का विरोध किया है तो कुछ दलों ने समर्थन किया है. कुछ नेताओं का कहना है कि देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नए संसद भवन का उद्घाटन करना चाहिए. इस बीच इस मामले में बहुजन समाज पार्टी (BSP) की सुप्रीमो मायावती ने पीएम मोदी का समर्थन किया है.
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यूपी की पूर्व सीएम और बसपा सुप्रीमो मायावती ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि पहले केंद्र में चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में भाजपा की, बीएसपी ने देश और जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नए भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है.
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1. केन्द्र में पहले चाहे कांग्रेस पार्टी की सरकार रही हो या अब वर्तमान में बीजेपी की, बीएसपी ने देश व जनहित निहित मुद्दों पर हमेशा दलगत राजनीति से ऊपर उठकर उनका समर्थन किया है तथा 28 मई को संसद के नये भवन के उद्घाटन को भी पार्टी इसी संदर्भ में देखते हुए इसका स्वागत करती है।
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023
2.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित। सरकार ने इसको बनाया है इसलिए उसके उद्घाटन का उसे हक है। इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित। यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023
3. देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनायें। किन्तु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों सम्बंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता के कारण मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी।
— Mayawati (@Mayawati) May 25, 2023
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा नए संसद का उद्घाटन नहीं कराए जाने को लेकर बहिष्कार अनुचित है. सरकार ने इसको बनाया है, इसलिए उसे उसके उद्घाटन का हक है. इसको आदिवासी महिला सम्मान से जोड़ना भी अनुचित है. यह उन्हें निर्विरोध न चुनकर उनके विरुद्ध उम्मीदवार खड़ा करते वक्त सोचना चाहिए था. उन्होंने आगे कहा कि मुझे देश को समर्पित होने वाले कार्यक्रम अर्थात नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह का निमंत्रण प्राप्त हुआ है, जिसके लिए आभार और मेरी शुभकामनाएं... किंतु पार्टी की लगातार जारी समीक्षा बैठकों संबंधी अपनी पूर्व निर्धारित व्यस्तता की वजह से मैं उस समारोह में शामिल नहीं हो पाऊंगी.