गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट में हुए हादसे में अब तक 25 लोगों की मौत हो चुकी है. घटना पर मेरठ जोन आईजी ने लिखित आश्वासन दिया हैं. उन्होंने कहा कि प्रशासन आरोपियों की संपत्ति कुर्क करेगा. सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने का आश्वासन दिया है. साथ ही परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी. इस हादसे में ईओ, इंजीनियर और सुपरवाइजर को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि ठेकेदार फरार है. ये हैं आरोपी- निहारिका सिंह- ईओ, मुरादनगर नगरपालिका, चंद्रपाल- जूनियर इंजीनियर, आशीष- सुपरवाइजर, अजय त्यागी- ठेकेदार गाजियाबाद पुलिस ने इन चारों समेत कुछ अन्य लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
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सोमवार सुबह प्रशासन से नाराज मृतकों के परिजनों ने गाजियाबाद-मेरठ हाईवे को जाम कर दिया. मुरादनगर के पास हाईवे पर ही परिजनों ने मृतकों के शवों को सड़क पर रख कर हंगामा किया. प्रदर्शन के कारण दिल्ली-मेरठ हाईवे पर लंबा जाम लग गया है और गाड़ियों की लंबी कतार है. मुरादनगर बंबा मार्ग पर स्थित श्मशान घाट के पास रविवार को जयराम 72 के अंतिम संस्कार के लिए परिवार और आस-पड़ोस के लोग आए थे.
अंतिम संस्कार के बाद लोग जाने ही वाले थे. इससे पहले ही छत गिरने से यह हादसा हो गया. हादसा अचानक हुआ कि इसमें चीख-पुकार भी नहीं सुनने को मिली. वहां मौजूद घायलों का कहना है कि जो लोग लेंटर में दब गए उनकी आवाज नहीं सुनी और जो बच गए वह सदमें में हैं. घायल लोगों ने अपने नजदीकि लोगों को फोन करके बुलाया, हादसे के करीब एक घंटे बाद वहां एंबुलेंस पहुंचनी शुरू हो गई. इससे पहले मलबे में दबे कुछ लोगों को निकालकर नजदीक के अस्पताल में पहुंचाया गया. इसके बाद जेसीबी की सहायता से दीवार को हटाकर वहां दबे लोगों को निकाला गया. परिजनों के अनुसार करीब 50 से ज्यादा लोग मौके पर थे.
Source : News Nation Bureau