मेरठ के परतापुर क्षेत्र में अपनी लिव-इन पार्टनर और उसकी बेटी की हत्या के मुख्य आरोपी शमशाद को पुलिस के साथ हुई हल्की मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी अपनी धार्मिक पहचान छिपाकर एक महिला के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था. वहीं इस मामले में पुलिस ने गिरफ्तार मुख्य आरोपी शमशाद के खिलाफ जांच तेज कर दी है.
इसी क्रम में शमशाद के पहचान पत्र, फेसबुक पर उसका नाम बदलने की जांच के साथ ही शमशाद के पास से बरामद पिस्टल की भी जांच की जा रही है. दूसरी तरफ शमशाद की पत्नी गिरफ्तारी के लिए एक टीम बिहार के बेगूसराय रवाना की गई है. पुलिस मामले में शमशाद के खिलाफ रासुका के तहत भी कार्रवाई कर सकती है.
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मेरठ के एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि मृतका के बैंक एकाउंट की भी जांच होगी और शमशाद के आइडेंटिटी कार्ड की भी जांच होगी. उन्होंने कहा कि शमशाद के नाम बदले जाने को लेकर जो बात कही जा रही है, उसकी भी जांच की जा रही है.
एसएसपी ने कहा कि शमशाद की गिरफ्तारी के वक्त एक सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल भी उसके पास से बरामद हुई है. ये पिस्टल उसके पास कहां से आई है? इसकी भी जांच की जा रही है. एसएसपी का कहना है कि मुख्य आरोपी शमशाद की पत्नी की गिरफ्तारी को लेकर भी एक टीम बिहार के बेगूसराय रवाना हो गई है.
बता दें कि मार्च को उसने महिला और उसकी दस वर्षीय बेटी की हत्या करके दोनों शवों को अपने ही घर में दफना दिया था. हत्या का पता तब चला जब महिला के एक दोस्त ने पुलिस को बताया कि महिला लंबे समय से गायब है.
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शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शमशाद के घर के एक हिस्से को खोदा और कंकालों को बरामद किया. उन्हें डीएनए परीक्षण के लिए भेजा गया है. इस दौरान शमशाद भागने में सफल रहा और बाद में नूर नगर के पास उसे रोका गया. पैर में गोली लगने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
उसके पास से एक बन्दूक, कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की गई है. सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह ने कहा कि आरोपी ने अपनी धार्मिक पहचान छिपा रखी थी. इस बीच, हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने संवाददाताओं को बताया कि यह 'लव जिहाद' का मामला था और अगर पुलिस समय पर कार्रवाई करती तो ये हत्याएं टल सकती थीं.