उत्तर प्रदेश में मिशन धर्मांतरण का भंडाफोड़ हुआ है. न्यूज नेशन के पास इसका नया वीडियो आया है. जानकारी के अनुसार आईएएस इफ्तखारुद्दीन मजहबी पाठशाला चलाते थे. इफ्तखारुद्दीन कानपुर के कमिश्नर रह चुके हैं. यही नहीं आईएएस एक धर्म विशेष के खिलाफ तकरीरें भी देते थे. सामने आए वीडियो में आमिर खान और शाहरूख खान का भी जिक्र है. 1985 बैच के आईएसएस अधिकारी इफ्तखारुद्दीन धर्मांतरण मामले की जांच के लिए एसआईटी जांच के आदेश हुए हैं. एसआईटी सात दिन में अपनी जांच पूरी कर शासन को रिपोर्ट सौंपेंगी. वहीं, मंड मंदिर समन्वय समिति ने एक ज्ञापन सौंपा है.
आपको बता दें कि वायरल वीडियो में 'इस्लाम में धर्मांतरण' पर चर्चा करने के बाद दो वर्गो के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने के लिए दो नाबालिक लड़कों पर भारतीय दंड संहिता की एक गैर-जमानती धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है. दोनों लड़के हिंदू समुदाय से हैं. उनके परिवारों ने कहा कि वे लड़कों के खिलाफ प्राथमिकी से स्तब्ध हैं, जो कक्षा 12 के छात्र हैं और केवल दोस्ताना बहस में शामिल थे. लड़कों के खिलाफ सोमवार को सासनी गेट पुलिस स्टेशन में गैर-जमानती धारा आईपीसी की धारा 505 (कक्षाओं के बीच दुश्मनी, घृणा और दुर्भावना पैदा करना या बढ़ावा देना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। वीडियो वायरल होने के बाद मामला दर्ज किया गया और भाजपा के एक स्थानीय सदस्य ने भी पुलिस से संपर्क किया.
अपनी शिकायत में भाजपा नेता राम गोपाल ने कहा कि मैंने एक वीडियो देखा है जिसमें एक लड़का हिंदुओं को धमकी दे रहा है और उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने के लिए कह रहा है। वीडियो ने लोगों में गुस्सा पैदा किया है. यह वीडियो धार्मिक दुश्मनी पैदा कर सकता है. वीडियो में साइकिल पर एक नकाबपोश लड़का मुस्लिम और दूसरा हिंदू होने का दिखावा कर रहे हैं. पुलिस जांच में बाद में पता चला कि वीडियो में दिख रहे लड़के नाबालिग थे.
Source : News Nation Bureau