समाजवादी पार्टी (सपा) की शनिवार को होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव या मिशन 2022 को फतह करने का खाका तैयार किया जाएगा. सपा ने इसके लिए अकेले दम पर 350 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में पार्टी अपने आगे के कार्यक्रम की योजना तय करेगी. अब योगी सरकार के तीन साल भी पूरे हो रहे हैं. ऐसे में पार्टी भाजपा सरकार की नाकामियों को गिनाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में भाजपा सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन की भूमिका भी तैयार की जाएगी. साथ ही अखिलेश यादव प्रदेश के दौरे पर भी निकल सकते हैं. हो सकता है, इसी दौरान प्रदेश की पूरी टीम घोषित हो जाए.
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पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी या फिर कुछ सीटों पर छोटे-छोटे दलों से गठबंधन भी हो सकता है, इस पर ही कार्यकारिणी की बैठक में मंथन होगा. चूंकि अखिलेश ने अपने दम पर ही 350 सीटें पाने का दावा किया है, इसलिए इस लक्ष्य को हासिल करने का तोड़ भी इस बैठक में निकाला जाएगा.
इसी को देखते हुए सपा ने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बागी और रूठे नेताओं को अपने पाले में लेना शुरू किया है. कोई नया गठजोड़ बनाकर आगे चुनाव लड़ने की स्थिति बनें, इस पर भी चर्चा होगी. यह पहला मौका है, जिसमें अखिलेश यादव बिना गठबंधन के चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं.
सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया, "शनिवार को हमारी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी. इसमें बड़ी संख्या में पूरे देश से लोग शामिल होंगे. इसमें हमारे संरक्षक मुलायम सिंह यादव, रामगोपाल यादव और राष्ट्रीय अध्यक्ष भी शमिल होंगे."
Source : News State