उत्तर प्रदेश की रायबरेली सदर सीट से विधायक अदिति सिंह ने बुधवार को कांग्रेस को झटका देते हुए न केवल विधानसभा के विशेष सत्र में पहुंचीं, वरन उन्होंने सदन में अपने विचार भी रखे. कांग्रेस ने विधानसभा के विशेष सत्र के बहिष्कार का ऐलान किया था, लेकिन रायबरेली से कांग्रेस विधायक अदिति सिंह न केवल विशेष सत्र में पहुंची, बल्कि उन्होंने अपने विचार भी रखे.
अदिति ने सतत विकास के लक्ष्य पर कहा कि वह दलगत भावना से ऊपर उठकर राष्ट्रपिता के सम्मान में सदन में आई हैं.
उन्होंने कहा कि वह 'बचपन से बापू की कहानी सुनती आ रही हैं, लेकिन पंचायतीराज व्यवस्था का क्या हाल है? जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में खरीद-फरोख्त होती है.'
सदन से बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि वह देशहित के मुद्दे पर पार्टी लाइन से हटकर चलती हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने अनुच्छेद 370 हटाने के फैसले पर सरकार का स्वागत किया था. मेरे पिता ने जो मुझे सिखाया है, उस पर मैं अमल करती हूं.'
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सपा के बागी नितिन अग्रवाल और बसपा के बागी अनिल सिंह ने भी अपनी पिछली सरकारों को कटघरे में खड़ा किया. विपक्षी दलों के तीनों बागी विधायकों को मुख्यमंत्री की मौजूदगी में बोलने का मौका मिला.
ज्ञात हो कि कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को ऐलान किया था कि पार्टी के विधायक सदन का बहिष्कार करेंगे, लेकिन अदिति सिंह ने विधानसभा में भाषण दिया.
महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उप्र में विधानमंडल का विशेष सत्र बुधवार सुबह 11 बजे से शुरू होकर 36 घंटे तक चलेगा. ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी खास अवसर पर सदन की कार्यवाही लगातार चलेगी. हालांकि विपक्ष ने इस सत्र के बहिष्कार का निर्णय लिया है.
Source : आईएनएस