यूपी में इन दिनों गैंगस्टर और बदमाशों के खिलाफ ऑपरेशन क्लीन चल रहा है. शुक्रवार को कानपुर में गैंगस्टर विकास दुबे (Vikas dubey) को भागने के दौरान पुलिस ने मार गिराया. अब यूपी में शासन और प्रशासन अन्य माफियाओं को खत्म करने में जुट गई है. इसी के तहत मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र के विधायक मुख्तार अंसारी पर नकेल कसने की तैयारी चल रही है.
जेल में बंद मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) और उनके गैंग की ओर से कब्जा की गई जमीन को छुड़वाने का अभियान चलाया जा रहा है. गाजीपुर जिला प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के तीन सहयोगियों और रिश्तेदारों के शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिए हैं.
गाजीपुर जिलाधिकारी ने अंसारी गैंग के तीन सहयोगियों और रिश्तेदारों का लाइसेंस रद्द कर दिया है. जिसमें मोहम्मद सलीम जो मुख्तार अब्बास का रिश्तेदार है इसका लाइसेंस रद्द कर दिया गया है.
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वहीं, नूरुद्दीन आरिफ का शस्त्र लाइसेंस रद्द किया गया है. यह भी मुख्तार अंसारी का रिश्तेदार है. मसूद आलम जो मुख्तार अंसारी गैंग का सहयोगी है, उसका शस्त्र लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया है.
जानकारी के मुताबिक नूरुद्दीन आरिफ और मसूद आलम के शस्त्र पुलिस ने नियमों के अनुसार थाने के माल खाने में जमा करा लिया है. वहीं, मोहम्मद सालीम का शस्त्र जमा कराने की प्रक्रिया जारी है.
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बता दें कि पिछले एक सप्ताह के भीतर प्रशासन ने मुख्तार अंसारी के करीब 50 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त की है. यह भी जान लें कि मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी गाजीपुर लोकसभा सीट से सांसद है. अफजाल ने बीजेपी प्रत्याशी मनोज सिन्हा को हराया था.
Source : News Nation Bureau