Mahakumbh 2025: साल 2025 की शुरुआत में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होने जा रहा है, जिसके लिए तैयारियों की रफ्तार तेज हो गई है. उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के लिए बड़े पैमाने पर बजट आवंटित किया है, वहीं केंद्र सरकार भी इस आयोजन को सफल बनाने के लिए मदद कर रही है. केंद्र सरकार ने महाकुंभ के लिए उत्तर प्रदेश को 1500 करोड़ रुपए देने का निर्णय लिया है, जो कि पिछले महाकुंभ की तुलना में 25% अधिक है. पिछली बार केंद्र ने महाकुंभ के लिए 1200 करोड़ रुपए दिए थे.
केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में तैयारी का पूरा खाका
आपको बता दें कि दिल्ली में आयोजित केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कैबिनेट सचिव के सामने महाकुंभ की तैयारी और इस पर होने वाले खर्च का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया. इस रिपोर्ट में बताया गया कि महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए कुल 6500 करोड़ रुपए की लागत से 405 परियोजनाओं को स्वीकृति दी गई है. इन परियोजनाओं का उद्देश्य महाकुंभ के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को सुविधाजनक और सुरक्षित माहौल प्रदान करना है.
सड़कों और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान
वहीं महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में लाखों की संख्या में लोग आने की संभावना है, जिसे देखते हुए सड़कों और बुनियादी ढांचे पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. कैबिनेट बैठक में रायबरेली से प्रयागराज जाने वाले एक्सप्रेसवे को दिसंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही, प्रयागराज रिंग रोड के काम को भी तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं के आवागमन में कोई परेशानी न हो.
सौंदरीकरण और अन्य तैयारियों की गति
इसके अलावा आपको बता दें कि महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के उद्देश्य से प्रयागराज में सौंदरीकरण का कार्य भी जोरों पर है. शहर के प्रमुख स्थानों, घाटों और सड़कों की मरम्मत और सजावट का काम तेजी से हो रहा है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस महाकुंभ को ऐतिहासिक और यादगार बनाने के लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए हैं.
वहीं सरकार का उद्देश्य है कि महाकुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु को एक अनोखा और दिव्य अनुभव मिले. इसके लिए न केवल बुनियादी ढांचे पर बल्कि स्वच्छता, सुरक्षा और अन्य सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है. इस आयोजन के लिए यूपी सरकार और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही हैं, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि महाकुंभ 2025 को भव्य और सफल आयोजन के रूप में याद किया जाए.