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600 रुपये के विवाद में मोहित को किया गया था गिरफ्तार, पुलिस हिरासत में मौत के बाद मचा सियासी बवाल

Mohit Pandey Case: राजधानी लखनऊ में पुलिस हिरासत में मोहित पांडेय की मौत ने प्रदेश में सियासी हलचलें बढ़ा दी है. वहीं, विपक्ष पुलिस प्रशासन पर लगातार सवाल खड़े कर रही है.

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Vineeta Kumari
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पुलिस हिरासत में मोहित पांडेय की मौत

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Mohit Pandey Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में रविवार को पुलिस हिरासत में एक शख्स की मौत हो गई. यह घटना प्रदेश में अब सियासी रूप ले चुकी है. दरअसल, महज 600 रुपये के लिए दो लोगों के बीच में विवाद हो गया था. जिसके बाद पुलिस ने मोहिता पांडेय को गिरफ्तार कर लिया. 

मामूली विवाद में पुलिस ने किया था गिरफ्तार

वहीं, जब मोहित का भाई उससे मिलने के लिए थाने पहुंचा तो उसे भी हिरासत में ले लिया गया. गिरफ्तारी के कुछ घंटे बाद ही मोहित पांडेय की तबीयत बिगड़ गई और उसे पास के अस्पताल में एडमिट करवाया गया. जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद परिजनों ने मोहित की मौत का आरोप पुलिस पर लगाया और थाने के बाहर प्रदर्शन भी किया.

परिजनों ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप

मोहित के परिवार का आरोप है कि उसके और आदेश के बीच महज कुछ रुपये के लिए विवाद हो गया था. वहीं, आदेश की शिकायत पर पुलिस मोहित को गिरफ्तार कर ले गई क्योंकि आदेश किसी नेता का रिश्तेदार है. गिरफ्तारी के बाद मोहित की जेल में बुरी तरह से पिटाई गई और जब उसकी हालत ज्यादा खराब हो गई तो उसे थाने के पीछे के रास्ते से अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. अब पीड़ित परिजन न्याय की गुहार लगा रहें हैं. 

600 रुपये के लिए आदेश और मोहित के बीच हुआ विवाद

सोमवार को यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवार से मुलाकात भी की और उन्हें तत्काल 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी. साथ ही दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया. इस बीच थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है और उसकी जगह नई थाना प्रभारी भी नियुक्त किया जा चुका है, लेकिन इस घटना ने यूपी पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

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विपक्ष ने उठाए सवाल

दरअसल, महज कुछ ही दिनों में पुलिस हिरासत में किसी की मौत की यह दूसरी खबर सामने आई है. जिसे लेकर सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि अब पुलिस हिरासत का नाम बदलकर अत्याचार गृह रख देना चाहिए. हम पीड़ित परिवार के साथ हैं. उनकी हर मांग पूरी की जानी चाहिए.

बीजेपी ने प्रदेश में कायम किया जंगलराज

अखिलेश यादव के अलावा कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी यूपी पुलिस पर जुबानी हमला बोलते हुए कहा कि हिरासत में होने वाली मौतों के मामले में यूपी देश में पहले स्थान पर है. यूपी में दो युवकों को हिरासत में लिया गया और अगली सुबह एक की मौत हो गई. बीजेपी ने प्रदेश में जंगलराज कायम कर दिया है.

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