मुरादाबाद में ब्रेन ट्यूमर के मामलों में चिंताजनक वृद्धि हो रही है. डॉक्टरों के अनुसार, ये ट्यूमर सिरदर्द, उल्टी, और कभी-कभी दौरे पड़ने जैसी समस्याओं के साथ सामने आ रहे हैं. सांई अस्पताल के न्यूरो सर्जन ने बताया कि सिरदर्द इतना तीव्र हो सकता है कि इसे सामान्य पेन किलर से भी कम नहीं किया जा सकता. कॉसमॉस अस्पताल के न्यूरोसर्जन डॉ. संजय गुप्ता के अनुसार, सिरदर्द के साथ फालिज का अटैक भी ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है.
मोबाइल फोन का असर
विशेषज्ञों का मानना है कि मोबाइल फोन का अत्यधिक इस्तेमाल ब्रेन ट्यूमर के जोखिम को बढ़ा सकता है. डॉक्टर विनम्र सिंघल ने कहा कि जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव लाकर इससे बचाव संभव है. संतुलित, सुपाच्य, और पौष्टिक आहार लेना चाहिए. इसके अलावा, बार-बार एक ही तेल का प्रयोग और शराब का सेवन भी जोखिम को बढ़ा सकता है.
घबराने की जरूरत नहीं
जबकि ब्रेन ट्यूमर की आशंका लोगों में डर पैदा कर सकती है, डॉक्टरों का कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है. डॉक्टर संजय गुप्ता ने सलाह दी है कि अगर लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें और समय पर जांच कराएं. जल्दी पहचान होने पर इलाज की संभावना अधिक होती है, और आज की चिकित्सा तकनीकें पहले की तुलना में बहुत बेहतर हैं.
इस तरह से ट्यूमर पर काबू पाया जा सकता
डॉक्टरों का मानना है कि थोड़ी सावधानी और सही जीवनशैली से ब्रेन ट्यूमर के मामलों में कमी लाई जा सकती है. जैसे कि मोबाइल फोन का कम इस्तेमाल और स्वस्थ आहार का पालन करना. इस प्रकार, मुरादाबाद में ब्रेन ट्यूमर के बढ़ते मामलों के बीच जागरूकता और सावधानी महत्वपूर्ण है. समय पर जांच और सही जीवनशैली अपनाकर हम इस गंभीर समस्या से निपट सकते हैं.