वाराणसी के अंर्ध चंद्राकार घाट और गंगा की लहरें 27 नवंबर को लाखों दीपकों की रोशनी से जगमगाएंगे. देव दीपावली को भव्य और दिव्य बनाने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई. गंगा घाट पर दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही इस बार भी लेजर लाइट शो के आयोजन का भी कार्यक्रम है. वाराणसी के लगभग सभी प्रमुख घाट पर देव दीपावली को लेकर खास आयोजन की तैयारी है. गंगा तट पर दीप प्रज्ज्वलन शाम 5 बजे से शुरू होगा. शाम 6 बजे तक सभी घाटों पर दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे. इसके बाद तक दशाश्वमेध घाट पर मां गंगा की महा आरती होगी. गंगा आरती के बाद अन्य आयोजन होंगे.इस बार ग्यारह लाख से अधिक दीपक टीम टिमाएंगे तो पांच लाख से अधिक पर्यटक पहुंचेंगे.
त्रिपुर असुर पर भगवान शिव की विजय के पर्व देव दीपावली महोत्सव पर काशी में इस बार 70 देशों के हेड ऑफ मिशन खास मेहमान होंगे. इसमें इंडोनेशिया, इटली, चीन, पोलैंड, रूस, नेपाल, भूटान, ग्रीस समेत अन्य देशों के राजदूत, उच्चायुक्त व शीर्ष अधिकारी शामिल हैं.खास मेहमान चार्टर्ड विमान से 27 नवंबर को वाराणसी एयरपोर्ट पर उतरेंगे. इनका स्वागत खुद सीएम योगी करेंगे. सड़क मार्ग से सीधे नमो घाट जाएंगे. क्रूज पर सवार होंगे और गंगा आरती, आतिशबाजी समेत गंगा के घाटों पर सजी देव दीपावली की रंगत देखेंगे. नमो घाट पर इन मेहमानों के लिए बनारसी व्यंजन के स्टाल लगाए जाएंगे.
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बड़ी स्क्रीन पर भी देख सकेंगे देव दीपावली
काशी की विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली देखने के लिए यदि आप घाटों पर नहीं पहुंच पाते हैं और गंगा आरती के साथ देव दीपावली में शामिल होने से वंचित रह जाते हैं तो प्रशासन आपके लिए देव दीपावली देखने का ख़ास प्रबंध कर रही है. काशी में छह प्रमुख स्थानों पर बड़ी स्क्रीन पर देव दीपावली और गंगा की महाआरती देखने का प्रबंध किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरीडोर या विश्वनाथ धाम के लिए यह पहली देव दीपावली है. पूरे धाम को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. विश्वनाथ धाम लाख-दो लाख के फूलों से नहीं, बल्कि देव दीपावली पर 80 लाख के फूलों से सजावट की
5 लाख से ज्यादा सैलानियों के आने की उम्मीद
देव-दीपावली के दौरान सात घाटों पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ने की संभावना है. इनमें अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, अहिल्याबाई घाट, राजघाट, चेतसिंह घाट, नमो घाट और पंचगंगा घाट शामिल हैं. घाटों की सुरक्षा के लिए पहले से ही पूरा प्लान तैयार किया गया है. साथ ही घाटों से लगने वाली संकरी गलियों में भी बड़े स्तरों पर फोर्स का डिप्लॉयमेंट किया जाएगा. इसके साथ ही अधिक भीड़ होने के कारण मोबाइल नेटवर्क तक जाम हो जाते हैं इसके लिए अलग से नेटवर्क बूस्टर लगाए जा रहे हैं. इस बार देव दीपावली पर 5 लाख से ज्यादा पर्यटकों के आने का अनुमान है. इसे देखते हुए काशी को अभेद्य किला बनाने की कवायद अभी से शुरू कर दी गई है. काशी के 84 घाटों को 9 जोन, 11 सेक्टर और 32 सब सेक्टर में बांटकर सुरक्षा-व्यवस्था का पूरा खाका तैयार कर लिया गया है.
शहीदों को दी जाएगी श्रद्धांजलि
आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को संकल्पित व समर्पित विश्व प्रसिद्ध मध्य देव-दीपावली महोत्सव इस वर्ष रामलला को समर्पित होगी. आध्यात्मिकता और राष्ट्रवाद को समर्पित भव्य देव दीपावली महोत्सव के साथ ही आकाशदीप का समापन होगा. शहीदों के याद इंडिया गेट की रिपलिका जो दशाशमेध पर बनाई गई है. वहां शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी और इस बार सीआईएसएफ और आरपीएफ के शाहिद जवानों को भी श्रद्धांजलि दी जाएगी. देव दीपावली पर मां गंगा की महाआरती में नारी शक्ति की एक अदभुत तस्वीर भी देखने को मिलेगी. इस वर्ष मध्य रामलला के विराजने से पहले 51 देव कन्याओं द्वारा आरती उतार कर काशी की विश्व प्रसिद्ध देव दीपावली महोत्सव के अयोजन का प्रारम्भ करेंगे. वाराणसी के गंगा घाट देवताओं की दीपावली देव दीपावली भव्य और दिव्य रूप से मनाई जाएगी जिसकी तैयारी पूरी हो चुकी है.
Source : News Nation Bureau