उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए यूपी पुलिस के किए जा रहे एनकाउंटर पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सवाल उठाते हुए इसे फर्जी करार दिया है. समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने कहा, 'ज्यादातर मुठभेड़ फर्जी है जो सिर्फ विपक्ष नहीं बल्कि मानवाधिकार आयोग भी कह रहा है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से राज्य में कानून-व्यवस्था की हालत और खराब हो रही है'.
कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा प्रदेश में आज क़ानून-व्यवस्था कितनी चरमरा गयी है उसका सबूत शामली की वो घटना है, जहां एक युवक को DIAL100 की गाड़ी से खींचकर मारा डाला गया और पुलिस मूकदर्शक बनी रही. उधर प्रदेश के समाजवादी पार्टी अध्यक्ष के घर पर चोरी हो गयी. शासन-प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी का पूरा फ़ायदा अपराधी उठा रहे हैं.
मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने आए समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने प्रदेश की योगी सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उनके पास सिर्फ नाम और रंग बदलने का काम है, इसके अलावा कुछ भी नहीं है.
अखिलेश ने खजुराहो, सीधी, पवई सहित अन्य स्थानों का दौरा किया और संवाददाताओं से कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार का काम सिर्फ नाम और रंग बदलना रह गया है, उन्होंने शौचालयों तक को भगवा रंग में रंगवा दिया तो बाद में उसे बदलना पड़ा. इतना ही नहीं, भगवान के नाम वाले स्थान का नाम भी बदल दिया, लखनऊ के स्टेडियम का नाम बदल दिया, इसका पहले नाम इकाना (विष्णु) स्टेडियम था, उसका नाम अटलजी के नाम पर रखा, बाद में विरोध हुआ तो फिर इकाना जोड़ दिया गया. ये योगी सरकार की कार्यशैली का नमूना है.
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि अटलजी का बटेश्वर में जन्म हुआ, वहां उनके नाम का स्टेडियम क्यों नहीं बनाया जाता, समाजवादियों ने जो स्टेडियम बनाया, उसका नाम बदल दिया.
अखिलेश ने कहा, 'यूपी में यह पहली ऐसी सरकार है जो काम नहीं करती, सिर्फ नाम बदलने में लगी है. जिन निर्माण कार्यो का पहले शिलान्यास हो चुका था, उसका दोबारा कर दिया. जिन चीजों का उद्घाटन हो चुका था, उसका फिर से उद्घाटन कर रही है और नाम बदल रही है योगी सरकार.'
Source : News Nation Bureau