माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के अंतिम संस्कार में बड़ा बेटा शामिल नहीं हो पाएगा. जेल में बंद बड़े बेटे अब्बास अंसारी को तगड़ा झटका लगा है. अंसारी परिवार ने अब्बास के पैरोल जमानत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अर्जी डाली थी. मुख्तार के परिवार की अर्जी एमपी एमएलए से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाले जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में मेंशन होनी थी. मगर आज यह बेंच नही बैठी. इसके बाद मुकदमे को जस्टिस समित गोपाल की बेंच को ट्रांसफर कर दिया गया. इस दौरान जस्टिस समित गोपाल की बेंच ने दूसरी बेंच से किसी भी केस को सुनने से इनकार कर दिया.
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इस कारण मुख्तार के परिवार की अर्जी हाईकोर्ट में मेंशन नहीं हो सकी. अंसारी का परिवार अब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी में लगा है. थोड़े समय के बाद अब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की जाएगी. हालांकि वकील इस बात के प्रयास में जुटे हैं कि मामला चीेफ जस्टिस के यहां पर मेंशन हो जाए. चीफ जस्टिस किसी बेंच को सुनवाई के लिए नॉमिनेट कर दे. अंसारी परिवार की कोशिश है कि जेल में बंद विधायक बेटे अब्बास अंसारी को मुख्तार अंसारी के जनाजे में एंट्री मिल जाए.
गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी की गुरुवार को दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. इसके बाद बांदा के डीएम ने मौत की जांच के आदेश दिए हैं. इसके लिए तीन सदयीय टीम बनाई गई है. मुख्तार के करीबियों का कहना है कि उसे जहर देकर मारा गया है. उसे काफी समय से खाने में जहर दिया जा रहा था. मगर जेल प्रशासन ने इस बात को मानने से इनकार कर दिया.
Source : News Nation Bureau