गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की कार्डियक अरेस्ट से मौत के बाद उसकी क्राइम कुंडली सुर्खियों में है. तकरीबन 19 साल की कैद, हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण, धोखाधड़ी, गुंडा एक्ट, आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर एक्ट, सीएलए एक्ट, एनएसए जैसे मामलों में उसके खिलाफ 65 मुकदमे, करोड़ों की दौलत और उत्तर प्रदेश में पसरा माफिया राज उसकी आपराधिक इतिहास का गवाह है. हालांकि हैरत की बात है कि, सिर्फ मुख्तार ही नहीं, बल्कि पूरा अंसारी परिवार ही गुनहगारों की फेहरिस्त में शुमार है. मुख्तार के परिवार के कई सदस्यों पर भी कानून का शिकंजा कसा गया है, जिसमें सबसे पहला नाम है उसकी बेगम अफशा अंसारी का...
अफशा अंसारी पर 50 हजार का इनाम है. प्रशासन ने उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया है. अफशा अंसारी पर कुल 11 केस दर्ज हैं. अफशां पर गाजीपुर कोतवाल, मुहम्मदाबाद कोतवाली, नंदगंज, मऊ लखनऊ में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. मुख्तार की बेगम अफशां ज्यादातर मामलों में फरार घोषित है. अफशां अंसारी पर कोतवाली थाना क्षेत्र में 406, 420, 386, 506 के तहत मामला दर्ज है.
कई मामले ऐसे भी हैं, जिनमें सिर्फ अफशां नहीं, बल्कि उसके दो भाइयों को भी पुलिस ने नामजद किया है. इसमें उसका भाई अफजाल अंसारी पर 7 मामले, भाई सिगबतुल्लाह अंसारी पर 3 केस, बेटे अब्बास अंसारी पर 8 तो छोटे बेटे उमर अंसारी पर 6 केस दर्ज हैं. मुख्तार अंसारी की बहू निखत पर 1 मुकदमा दर्ज है. कुल मिलाकर देखें तो मुख्तार अंसारी समेत उसके परिवार पर 101 केस दर्ज हैं.
मुख्तार अंसारी की क्राइम कुंडली
63 वर्षीय मुख्तार अंसारी मऊ सदर से पांच बार विधायक रहा. वह 2005 से उत्तर प्रदेश और पंजाब में सलाखों के पीछे था. उसके खिलाफ 60 से अधिक आपराधिक मामले लंबित थे. मुख्तार अंसारी को सितंबर 2022 से अब तक आठ मामलों में उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतों द्वारा सजा सुनाई गई थी और वह बांदा जेल में बंद था. उसका नाम पिछले साल उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा जारी 66 गैंगस्टरों की सूची में था.
जहर वाली थ्योरी
मालूम हो कि, मुख्तार की मौत पर उसके बेटे उमर अंसारी ने पिता को धीमा जहर देने का दावा किया है. वहीं मुख्तार का भाई अफजल अंसारी भी लंबे समय से ये आरोप लगा रहा था.
Source : News Nation Bureau