Mukhtar Ansari Death: गैंगस्टर-नेता मुख्तार अंसारी की मौत गुरुवार रात दिल का दौरा पड़ने से हुई थी, जिसके बाद आज कड़ी सुरक्षा के बीच उसका अंतिम संस्कार उसके पैतृक स्थान उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में होगा. उसके पार्थिव शरीर को शनिवार सुबह गाजीपुर ले जाया गया, जहां सुबह 10 बजे उसका अंतिम संस्कार होगा. इसी बीच, जेल में बंद मुख्तार अंसारी का बेटा अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. फिलहाल इस मामले में सर्वोच्च अदालत का फैसला लंबित है.
गौरतलब है कि, बांदा के एक अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के बाद मुख्तार अंसारी का शव अंतिम संस्कार के लिए उसके पैतृक स्थान गाजीपुर लाया गया था. उसे गाजीपुर में एक पारिवारिक कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा. इसी बीच मऊ सहित गाजीपुर और आसपास के जिलों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, जहां से वो पांच बार विधायक चुना गया था.
मुख्तार अंसारी का बेटा, अब्बास अंसारी, जो वर्तमान में मऊ से विधायक हैं और कासगंज जेल में बंद हैं, ने अपने पिता के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति मांगने वाली अपनी याचिका पर तत्काल सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
अंसारी की मौत की न्यायिक जांच
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्तार के पोस्टमार्टम (Mukhtar Ansari postmortem report) में पुष्टि हुई कि उनकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है. पूरी शव परीक्षण प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई है. वहीं मुख्तार के परिवार के धीमा जहर देने के आरोप के मद्देजनर, बांदा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अंसारी की मौत की न्यायिक जांच के आदेश जारी किए है. इसे तीन सदस्यीय टीम मजिस्ट्रेटी जांच करेगी.
दूसरी ओर उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की निगरानी में जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि जेल के अंदर बीमार पड़ने के बाद एक कैदी की मौत से न्यायिक प्रक्रिया में जनता का विश्वास कम हो जाएगा.
धारा 144 लागू
बता दें कि, सुरक्षा के मद्देनजर पूरे उत्तर प्रदेश में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है और बांदा, मऊ, गाजीपुर और वाराणसी में स्थानीय पुलिस के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की टीमों को तैनात किया गया है.
Source : News Nation Bureau