उत्तर प्रदेश की बांदा जेल (Banda Jail) पहुंचते ही बाहुबली मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) की सारी दिक्कतें खत्म हो गईं. जो बीमारियां उसे पंजाब की रोपड़ जेल (Ropar Jail) में परेशान कर रही थीं, वे सारी बीमारियां यूपी की सरहद में पहुंचती ही उड़न-छू हो गईं. यूपी सरकार की मेडिकल जांच में मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari Medical Report) पूरी तरह से स्वस्थ्य निकला. शुगर से लेकर स्लिप डिस्क और हार्ट संबंधी बीमारियों का परीक्षण करने के बाद अंसारी को चुस्त-दुरुस्त माना गया. रिपोर्ट के अनुसार बांदा जेल में उसका शुगर भी कंट्रोल में है. और फिलहाल उसे हार्ट की कोई समस्या नहीं है. यानी कुल मिलाकर पंजाब मेडिकल बोर्ड की रिपोर्ट यूपी जाते ही धराशयी हो गई.
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पंजाब पुलिस ने 9 से अधिक गंभीर बीमारियां बताई थीं
पंजाब मेडिकल बोर्ड की मेडिकल रिपोर्ट में मुख्तार अंसारी को 9 से अधिक गंभीर बीमारियों से ग्रसित बताया गया था. यूपी पुलिस ने जब पंजाब पुलिस से उसकी कस्टडी सौंपने की मांग की थी. तो पंजाब पुलिस इसी रिपोर्ट के अनुसार इंकार कर देती थी. पंजाब पुलिस के अनुसार मुख्तार काफी बीमार था और उसकी हालात 15 घंटे का सफर करने लायक नहीं थी. इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर पंजाब पुलिस ने मुख्तार को यूपी पुलिस के हवाले किया था. यूपी पुलिस पूरी सावधानी के साथ उसे लेने गई थी. उसे पंजाब की रोपड़ जेल से बांदा जेल तक एक एंबुलेंस में लाया गया था.
यूपी सरकार की मेडिकल रिपोर्ट में मुख्तार स्वस्थ्य निकला
बांदा जेल में पहुंचने के बाद मुख्तार का फिर से मेडिकल चेकअप हुआ. इस मेडिकल चेकअप की रिपोर्ट भी अब आ चुकी है. मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार मुख्तार बिल्कुल स्वस्थ्य है. रोपड़ से बांदा जेल तक लगभग 15 घंटे के सफर के बाद हुए अंसारी के चिकित्सकीय परीक्षण में उसे किसी भी प्रकार की कोई गंभीर बीमारी नहीं होने की पुष्टि हुई है. यूपी में हुए चिकित्सकीय परीक्षण की रिपोर्ट में मुख्तार को पूरी तरह से फिट बताया गया है. रोपड़ जेल के अधिकारी अब इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहे हैं. जेल अधिकारियों के मुताबिक मुख्तार का चिकित्सकीय परीक्षण नियम के अनुसार कराया गया था. यह एक सतत प्रक्रिया के तहत किया गया. मेडिकल बोर्ड की नीयत पर सवाल उठाना उचित नहीं है.
रोपड़ जेल के सेवादारों को ‘बख्शीश’ देकर रवाना हुआ था मुख्तार
यूपी का बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पिछले तकरीबन दो साल से पंजाब की रोपड़ जेल में बंद था. इस दौरान उसने एक बार भी जमानत याचिका नहीं लगाई. इससे यूपी पुलिस को समझ में आया कि मुख्तार दरअसल में उसकी पहुंच से बाहर जाने के लिए पंजाब भाग गया है, ताकि यूपी में उसके खिलाफ जो मामले चल रहे हैं उनसे वो बच सके. जिसके बाद यूपी पुलिस ने पंजाब सरकार और पंजाब पुलिस से मुख्तार की कस्टडी सौंपने की मांग की. लेकिन दोनों ने ही मना कर दिया था. पंजाब पुलिस ने मुख्तार को काफी बीमार बताया था. पंजाब पुलिस ने कहा था कि मुख्तार की हालत ऐसी नहीं है कि वो सफर कर सके.
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जिसके बाद यूपी पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पंजाब पुलिस ने उसे यूपी पुलिस को सौंपा. रोपड़ जेल से रवानगी के दौरान अंसारी जेल में अपनी सेवा में लगे सेवादारों को हक अदायगी के रूप में ‘बख्शीश’ देकर रवाना हुआ था. रोपड़ जेल प्रशासन इसके पीछे दलील दे रहा है कि ये पैसे मुख्तार अंसारी के थे, जो वापस कर दिए गए हैं. हालांकि जेल सूत्रों के अनुसार अंसारी जब रोपड़ जेल आया था तो उससे ये पैसे मिले थे. वही पैसे जाते समय अंसारी को दिए गए थे. जिसे मुख्तार अंसारी ने जेल के सेवादारों को बांट दिया.
HIGHLIGHTS
- बांदा जेल पहुंचते ही पूरी तरह से स्वस्थ्य हुआ मुख्तार
- पंजाब पुलिस ने 9 से अधिक गंभीर बीमारियां बताई थीं
- सेवादारों को ‘बख्शीश’ देकर रवाना हुआ था मुख्तार