बसपा के पूर्व विधायक और जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ से वापस बांदा जेल में बंद करने के एक साल बाद लखनऊ जेल में शिफ्ट किया जा रहा है. मुख्तार को सोमवार तड़के बांदा जेल से एंबुलेंस में बाहर निकाला गया और कड़ी सुरक्षा के बीच सड़क मार्ग से लखनऊ लाया जा रहा है. हालांकि इसके पहले उनके बेटे और नवनिर्वाचित विधायक अब्बास बिन मुख्तार अंसारी ने कहा कि उन्हें डर है कि उनके पिता को रास्ते में नुकसान पहुंचाया जा सकता है. इस बीच सुबह 10 बजे के आसपास मुख्तार के साथ चल रहे वज्र वाहन के खराब होने की जानकारी भी सामने आई.
इस मामले में पेश होना है अंसारी को
सोमवार को जिस केस में मुख्तार अंसारी को लखनऊ की कोर्ट में पेश होना है उसे 27 अगस्त 2020 को लखनऊ के जियामऊ में लेखपाल सुरजन लाल ने हजरतगंज कोतवाली में दर्ज कराई थी. मुख्तार अंसारी और उसके दोनों बेटों पर आईपीसी की धारा 120 बी, 420, 467,468, 471 व सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 3 में केस दर्ज हुआ था. एंबुलेंस और वज्र वाहन से मुख्तार अंसारी को लखनऊ कोर्ट में पेशी के लिए लाया जा रहा है. एंबुलेंस में एक फार्मासिस्ट, डॉक्टर और पुलिसकर्मी बैठे हैं. मुख्तार को फतेहपुर, रायबरेली के रास्ते लखनऊ लाया जा रहा है.
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अंसारी औऱ दर्जन भर साथियों पर गैंगस्टर एक्ट
इस बीच एक अन्य घटनाक्रम में उत्तर प्रदेश पुलिस ने मुख्तार और उसके 12 साथियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. अंसारी को पंजाब जेल से लाने-ले जाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली एंबुलेंस के इस्तेमाल से जुड़े मामले में मऊ, गाजीपुर, लखनऊ और प्रयागराज के 12 लोगों को भी नामजद किया गया है.
HIGHLIGHTS
- सोमवार तड़के मुख्तार अंसारी का काफिला बांदा जेल से निकला
- बेटे ने अचानक लखनऊ शिफ्ट किए जाने पर जताया संदेह