आज बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी को पंजाब के रोपड़ जेल से उत्तर प्रदेश लाया जाएगा. इसी बीच मुख्तार अंसारी की पत्नी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं. उन्होंने कोर्ट से अपने पति की सुरक्षा की मांग की है. मुख्तार की पत्नी ने एससी में याचिक दायर की हैं. उनका कहना है कि यूपी पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे के साथ जैसा किया है कहीं वैसा ही उनके पति के साथ न कर दें, इसलिए वो कोर्ट से अपने पति की सुरक्षा की मांग की है. वहीं दूसरी तरफ मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर के बीएसपी सांसद अफजाल अंसारी ने भी मुख्तार अंसारी की जान को खतरा बताया है.
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बता दें कि इससे पहले मुख्तार अंसारी की पत्नी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने और पति की पर्याप्त सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है. अफ्शा अंसारी ने कहा कि उन्हें अपने पति मुख्तार की जान को खतरे का डर है, जब सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें पंजाब से उत्तर प्रदेश स्थानांतरित करने का आदेश दिया.
बुधवार को कोविंद को भेजे गए 14 पन्नों के एक पत्र में, अफ्शा ने दावा किया कि झूठी कहानी गढ़कर उनके पति को मुठभेड़ में मार दिया जा सकता है, अगर यूपी पुलिस के अधिकारियों को मुख्तार की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार बनाए बिना उन्हें पंजाब से लाने की अनुमति दी जाती है.
मुख्तार अंसारी को लाने के लिए यूपी पुलिस रोपड़ पहुंच चुकी है. रोपड़ जेल के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं। वहीं बांदा जेल प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है. बांदा जेल लाने से पहले मुख्तार अंसारी का पंजाब में मेडिकल चेकअप भी किया जा सकता है. वहीं बांदा जेल पहुंचने पर आरटी-पीसीआर परीक्षण टेस्ट किया जाएगा और फिर एक उच्च सुरक्षा वाली सेल में क्वोरंटीन में रखा जाएगा.
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गौरतलब है कि 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार को 2 हफ्ते के भीतर मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने का आदेश दिया था। इसके बाद पंजाब सरकार के गृह और न्याय विभाग ने मुख्तार अंसारी को 8 अप्रैल से पहले उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपने के लिए उपयुक्त इंतजाम करने के लिए 3 अप्रैल को अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को पत्र लिखा था। इस बीच, मुख्तार अंसारी को मोहाली की अदालत तक पहुंचाने के लिए इस्तेमाल की गई एम्बुलेंस को लेकर भी विवाद हो चुका है, जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर उत्तर प्रदेश का था।