सैफई के अभिनव विद्यालय के पोलिंग बूथ में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) ने सपरिवार मतदान किया. मुलायम सिंह यादव के वोट डालने से पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी पत्नी के साथ मतदान किया था. अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने वोट डालने के बाद मुलायम सिंह यादव के आने का इंतजार किया. मुलायम सिंह यादव के आने पर अखिलेश ने उनके पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
मुलायम के साथ उनकी बहू अपर्णा यादव (Aparna Yadav) और परिवार की दूसरी महिलाओं ने वोट डाला. एक ओर जहां मुलायम सिंह यादव ने मीडिया से बात नहीं की तो वहीं अखिलेश ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब ईवीएम और वीवी पैट पर सवाल खड़े हुए हैं. नफरत की राजनीति करने वाले यह लोग भेदभाव कर रहे हैं. खबर मिली है कि इन्होंने अपने यहां तो नई मशीनें लगवा लीं. लेकिन उत्तर प्रदेश के लिए पुरानी मशीनें भेज दीं.
इलेक्शन कमीशन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि किसी भी स्तर पर प्रशासन इस मामले में हस्तक्षेप न कर पाए. उन्होंने कहा कि भाजपा ने जो नफरत की राजनीति शुरू की है वो खत्म हो रही है. इसी वजह से उनके भाषण बदल गए हैं. बौखला गए हैं. भाजपा के लोग विकास कार्यों के नाम पर वोट नहीं मांग रहे हैं.
क्योंकि अगर उन्होंने विकास कार्यों के नाम पर वोट मांगा तो उनके लिए जीतना मुश्किल हो जाएगा. गठबंधन पूरी तरह से भाजपा का सफाया कर रहा है. गठबंधन ही जीतेगा, क्योंकि जो जुमले जनता के सामने लाए गए थे उनमें से एक भी काम नहीं हुआ. अच्छे दिन कहां है? नौकरी कहां है? व्यापार कहां है? सड़के कहां हैं? प्रदेश के बाबा मुख्यमंत्री को जब कुछ समझ नहीं आ रहा तो वो हमें कह रहे हैं कि जाओ और भैंस चराओ. सोचिए किस मानसिकता से चलते हैं वो.
Source : News Nation Bureau