Varanasi News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत ही काशी के गंगा घाट पर फावड़ा चलाकर और काशी की गलियों में खुद झाड़ू लगाकर की थी. इस अभियान का असर भी नजर आया, लेकिन अब भी लोग खुले में कूड़ा फेंकने से बाज नहीं आ रहे हैं, इसलिए अब नगर निगम ने खुले में कूड़ा फेकने वालों पर दो हजार कैमरे से निगाह रख रही है और खुले में कूड़े फेंकने वालों पर एक लाख तक जुर्माना भी लग सकता है.
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स्वच्छ भारत अभियान का अगुवा रहा बनारस अब लोगों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाने के लिए तीसरी आंख का सहारा ले रहा है. पूरे शहर में लगे दो हजार कैमरे की मदद से खुले में कूड़ा फेंकने वालों पर खास निगाह रखी जा रही है. वाराणसी के नगर स्वास्थ्य अधिकारी एनपी सिंह का कहना है कि इन कैमरों की मदद से हम काशी के हर इलाकों में नजर रख रहे हैं. साथ ही नगर निगम की टीम भी मुस्तैद है और कैमरे में जो भी खुले में कूड़ा फेंकता हुआ नजर आएगा, उसका ऑनलाइन चालान भी किया जाएगा. नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने ये भी कहा कि जो चेतावनी के बाद भी खुले में कूड़ा फेंक रहा है, उसके खिलाफ एक लाख रुपये तक जुर्मना के साथ विधिक कार्रवाही भी की जाएगी.
वाराणसी के नगर स्वास्थ्य अधिकारी एनपी सिंह कहते हैं कि हमने जागरूक करने की पहल भी शुरू कर रखी है पर कुछ जगहों पर कड़ाई बेहद जरूरी है, क्योंकि इसके बिना लोग मानने को तैयार नहीं हैं. साथ ही वाराणसी नगर निगम भी 1 से 3 दिसंबर तक लागतार 75 घंटे स्वच्छता अभियान भी चलाएगा, जो जनता के लिए भी एक उदहारण होगा.
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वाराणसी की जनता भी नगर निगम की इस पहल को सही ठहरा रही है. वाराणसी के अस्सी इलाके में रहने वाले पीयूष आचार्य का कहना है कि जो लोग जानबूझ कर शहर को गंदा कर रहे हैं, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, पर नगर निगम को भी अपनी ड्यूटी निभानी होगी तब ही शहर और अभी स्वच्छ और सुगम नजर आएगा.