मुरली मनोहर जोशी की आज लखनऊ सीबीआई विशेष अदालत में पेशी है. कोर्ट पहुंचकर जोशी अपना बयान दर्ज कराएंगे. इससे पहले कई बीजेपी नेताओं ने अपना बयान दर्ज करा चुके हैं. वहीं आज यानि गुरुवार को मुरली मनोहर जोशी भी अपना बयान दर्ज कराएंगे. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में सुनवाई होगी. इससे पहले यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्य़ाण सिंह और उमा भारती ने भी अपना बयान दर्ज करा चुके हैं. वहीं गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्व गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी से कल मुलाकात की. उनके साथ बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव भी थे. सीबीआई की विशेष अदालत में भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कल्याण सिंह और उमा भारती सहित 32 आरोपियों के बयान दर्ज किए जाएंगे. जबकि विशेष न्यायाधीश एसके यादव ने प्रत्येक आरोपी से पूछने के लिए एक हजार से अधिक प्रश्न तैयार कराए हैं जिनके जवाब आरोपियों को देने हैं.
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अब तक सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ कुल 354 गवाह पेश किए
बता दें बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में अब तक सीबीआई ने आरोपियों के खिलाफ कुल 354 गवाह पेश किए थे जिनकी गवाही खत्म होने के बाद कोर्ट ने अभियोजन प्रपत्रों और गवाहों की गवाही के आधार पर आरोपियों से पूछने के लिए एक हजार से अधिक सवाल तैयार किये हैं. जबकि कोर्ट आरोपियों से खुली कोर्ट में उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के सम्बंध में प्रश्न पूछेगी. इस दौरान आरोपी उसका जवाब देगा और अपना पक्ष भी रखेगा. वहीं, इसी बयान में आरोपी को अगर अपने पक्ष में सफाई देनी है तो बताएगा और कोर्ट उसे सफाई के गवाह पेश करने का मौका देगी. गौरतलब है कि 6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद को उन्मादी भीड़ ने ढहा दिया था.
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49 आरोपियो के खिलाफ चार्जशीट दायर की
इस मामले की रिपोर्ट रामजन्म भूमि थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी प्रियंबदा नाथ शुक्ल और चौकी प्रभारी गंगा प्रसाद तिवारी ने 6 दिसम्बर 1992 को दर्ज कराई थी. बाद में मामले की विवेचना सीबीआई को सौंपी गई जिसने कुल 49 आरोपियो के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी, जिसमें से लालकृष्ण आडवाणी, उमा भारती, कल्याण सिंह, मुरलीमनोहर जोशी, बृजभूषण शरण सिंह, चम्पत राय समेत 32 के खिलाफ सुनवाई चल रही है. जबकि बाला साहेब ठाकरे, अशोक सिंघल, गिरिराज किशोर, विष्णुहरी डालमिया समेत 17 आरोपियों की मृत्यु हो चुकी है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में विशेष न्यायालय को आदेश दिया है कि वह हर हाल में 31 अगस्त तक अपना निर्णय दे.