महाराजगंज: मुस्लिम महिलाएं सिल रही तिरंगा, अमृत महोत्सव में अपने योगदान पर इन्हें है गर्व 

देश की आजादी में अपना योगदान देने वाले महापुरुषों और शहीदों को याद रखने के उद्देश्य से 11 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराए जाने की योजना है

author-image
Mohit Saxena
एडिट
New Update
flag

मुस्लिम महिलाएं सिल रही तिरंगा( Photo Credit : newsnation)

Advertisment

आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत आम लोगों के भीतर देश प्रेम की भावना जागृत करने एवं देश की आजादी में अपना योगदान देने वाले महापुरुषों और शहीदों को याद रखने के उद्देश्य से 11 से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा फहराए जाने की योजना है. महराजगंज जिले में लगभग 5 लाख 20 हजार तिरंगा घरों सरकारी संस्थाओं एवं विभिन्न गैर सरकारी भवनों पर फहराए जाने की योजना है. महराजगंज जिले के 882 ग्राम पंचायतों में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को नोडल बनाकर हर घर तिरंगा वितरण का कार्य कराया जाएगा. इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी हैं.

हर घर तिरंगा पहराने को लेकर गैर का सरकारी संस्थाओं, महिला समूहों एवं ग्राम स्तर पर जनप्रतिनिधियों की भी मदद ली जा रही है. जिले की 63 स्वयं सहायता समूहों को तिरंगा सिलने की जिम्मेदारी दी गई है. इसमें  313 महिलाएं दिन रात राष्ट्रीय ध्वज बनाने में जुटी हुई है. अधिकतर गांवों में झंडा सिलने का काम मुस्लिम महिलाएं कर रही हैं.

महिलाओं को मिल रहा रोजगार

जिला प्रशासन भी इस अभियान से महिला समूह को जोड़ने के साथ ही महिलाओं को रोजगार भी मुहैया करा रहा है. महाराजगंज जिले के नौतनवा, आनंद नगर, निचलौल, सिसवां बाजार और घुघली क्षेत्र में अधिकतर गावों में मुस्लिम महिलाओं का समूह इस काम को करने में दिन-रात एक किया हुआ है. झंडा सिलने में जुटी सिसवां बाज़ार की मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि वह अब तक पैंट शर्ट और ड्रेस सिल कर ही अपनी आजीविका चलाती थीं लेकिन पहली बार उन्हें अपने देश का गौरव तिरंगा सिलने का मौका मिला है.  वह जल्द से जल्द पूरा करना चाहती हैं ताकि लोगों के घरों पर उनके हाथों से सिला हुआ तिरंगा फ़हर सके. 

समूह की महिलाएं तिरंगा सिलने में कोई मुनाफा भी नहीं ले रही है और देश के लिए यह इसे अपना एक छोटा सा योगदान मान रही हैं. नौतनवां क्षेत्र में समूह की मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन महिलाओं को आगे बढ़ाने में मदद कर रही है. तिरंगे की सिलाई से जहां उन्हें गर्व महसूस हो रहा है वही उन्हें रोजगार भी मुहैया कराया जा रहा है.

Source : Deepak Shrivastava

independence-day maharajganj Muslim women sewing the tricolor महाराजगंज
Advertisment
Advertisment
Advertisment