उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) में लड़ाई जारी है। नया विवाद उस समय शुरू हुआ जब मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी नरेश उत्तम ने पार्टी ऑफिस में फिर से खुद की नेम प्लेट लगा दी है। नेम प्लेट पर नरेश उत्तम ने खुद को सपा का प्रदेश अध्यक्ष बताया है।
बुधवार को मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव लखनऊ स्थित पार्टी ऑफिस पहुंचे थे। तब उन्होंने अखिलेश की ओर से प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त नरेश उत्तम के नेम प्लेट को हटवा दिया था। जिसके बाद उत्तम ने फिर से अपनी नेम प्लेट लगवाई है।
अखिलेश यादव ने पिछले दिनों पार्टी अधिवेशन बुलाकर पार्टी में तख्तापलट किया था। अपने पिता मुलायम सिंह यादव को पार्टी अध्यक्ष से हटा कर खुद जिम्मेदारी ले ली थी। वहीं उन्होंनें अपने चाचा शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष से हटा कर नरेश उत्तम को राज्य की कमान दी थी।
अखिलेश-राम गोपाल और मुलायम-शिवपाल धड़ों की लड़ाई चुनाव आयोग भी पहुंच चुकी है। दोनों गुट ने पार्टी चिन्ह साइकिल पर अपना दावा ठोका है। हालांकि सूत्रों ने कहा है कि मुलामय सिंह यादव ने साइकिल के दावे से जुड़े दस्तावेज चुनाव आयोग को नहीं सौंपे हैं। चुनाव चिन्ह पर चुनाव आयोग सोमवार को फैसला सुनाएगा। शुक्रवार को सपा के दोनों धड़ों ने अपनी दलील दी थी।
मुलायम सिंह यादव ने पिछले दिनों सुलह के संकेत देते हुए कहा था कि चुनाव जीतने के बाद अखिलेश यादव ही मुख्यमंत्री होंगे। इसमें कोई शक नहीं है। हालांकि अब मुलायम खेमे के शिवपाल यादव का नेम प्लेट फिर से हटवा कर अखिलेश ने अपना स्टैंड बता दिया है।
और पढ़ें: अब अखिलेश के हवाले साइकिल, मार्गदर्शक मंडल में जाने को तैयार हुए मुलायम
HIGHLIGHTS
- अखिलेश यादव के करीबी नरेश उत्तम ने पार्टी कार्यालय में अपना नेम प्लेट फिर लगवाया
- मुलायम सिंह और शिवपाल यादव ने पिछले दिनों नेम प्लेट हटवाया था
- अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल को हटाकर नरेश उत्तम को दी थी पार्टी की कमान
Source : News Nation Bureau