उत्तर प्रदेश में सभी अनुदानित और गैर अनुदानित मदरसों में दुआ प्रार्थना के साथ राष्ट्रगान (National Anthem) का गायन अनिवार्य कर दिया गया है. सभी छात्र और शिक्षक एक साथ मिलकर राष्ट्रगान गाएंगे. उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद (UP Madarsa Shiksha Parishad) की बैठक में गुरुवार को इस बारे में कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए. प्रदेश भर के मदरसों में नए सत्र की शुरुआत इन फैसलों पर अमल के साथ की जाएगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के दूसरी बार शपथ ग्रहण से पहले ही मदरसा शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए मदरसा बोर्ड ने ये सख्त कदम उठाए हैं.
उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद ने अपनी बैठक में मदरसा शिक्षा में सुधार के लिए शिक्षकों की नियुक्ति टीईटी के तर्ज पर MTET के माध्यम से किए जाने का फैसला लिया. परिषद ने फैसला लिया कि शिक्षकों की समय पर हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए बायोमिट्रिक सिस्टम लागू किया जाएगा. इसके अलावा मदरसों में छात्रों की संख्या कम होने पर दूसरे मदरसों में शिक्षकों का समायोजन किया जाएगा.
14-27 मई के बीच होंगी साल 2022 की परीक्षाएं
मदरसा परिषद के अध्यक्ष इफ्तिखार अहमद जावेद की अध्यक्षता में हुई बैठक में मुंशी-मौलवी, आलिम, कामिल और फाजिल की परीक्षाएं 14 से 27 मई के बीच कराने का भी फैसला लिया गया. बैठक के बाद बताया गया कि 20 मई के बाद माध्यमिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में गर्मी की छुट्टियों और यूपी बोर्ड उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन की वजह कॉलेजों के खाली न होने पर मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं मदरसों में कराई जाएगी.
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छात्रों के लिए तय किया गया कि अब मदरसा बोर्ड की परीक्षाओं में अब 6 प्रश्न पत्र होंगे. इसके बाद मदरसों में दीनी सिलेबस के साथ हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान वगैरह विषयों की भी परीक्षा होगी. इसके अलावा समय-समय पर सर्वे कराकर पता लगाया जाएगा कि मदरसा शिक्षकों के बच्चे मदरसों में ही पढ़ते हैं या दूसरे स्कूलों में जाते हैं.
HIGHLIGHTS
- मदरसों में नए सत्र की शुरुआत इन फैसलों पर अमल के साथ की जाएगी
- शिक्षकों की हाजिरी सुनिश्चित करने के लिए बायोमिट्रिक सिस्टम लगाया जाएगा
- मदरसों में दीनी सिलेबस के साथ हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान विषयों की परीक्षा