लंबी जद्दोजहद के बाद आखिर नवजोत सिंह सिद्धू को 20 से 25 लोगों के साथ जाने की अनुमति यूपी पुलिस ने दे दी है.. अब सिद्धू, मंत्रियों और विधायकों समेत कुल 20 से 25 लोग लखीमपुर खीरी जा सकेंगे.. सभी को यूपी पुलिस इस्कॉर्ट करती हुई लखीमपुर खीरी लेकर जाएगी.. ये जानकारी कैबिनेट मिनिस्टर अमरिंदर राजा वडिंग ने दी है. साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि सब अपनी गाड़ियों में लखीमपुर खीरी जाएंगे.. आपको बता दें की आज सिद्धू को हरियाणा और यूपी के बॅार्ड़र पर उनके साथ आए मंत्रियों के साथ हिरासत में ले लिया था.. जिसके बाद बॅार्डर पर कार्यकर्ताओं ने काफी नारेबाजी की थी. कुछ देर के लिए सिद्धू नदी पर धरने पर भी बैठ गए थे..
भूख हड़ताल पर बैठने की दी थी चेतावनी
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू सहारनपुर भूख हड़ताल पर बैठने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद पुलिस प्रशासन हरकत में आया और उन्हें मंत्रियों के साथ लखीमपुर जाने की अनुमति दे दी गई.. हालाकि अनुमति नियमों के तहत दी गई है. उनके साथ 25 से ज्यादा लोग एंट्री नहीं कर सकेंगे. आपको बता दें कि सिद्दधू लगातार केन्द्रीय मंत्री टेने की बेटे की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
.राज्य सरकार के मंत्री, विधायक और कांग्रेस कार्यकर्ता समेत बड़ी संख्या में पार्टी नेता यहां में जमा हुए और अपने-अपने वाहनों में लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गये मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी भी कुछ देर के लिए सिद्धू के साथ शामिल हुए.. सिद्धू ने 28 सितंबर को पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन यह स्पष्ट नहीं हुआ कि क्या उनका इस्तीफा वापस ले लिया गया है.. गुरुवार को मार्च निकालने से पहले सिद्धू ने लखीमपुर खीरी की घटना को लेकर उत्तर प्रदेश की भाजपा नीत सरकार पर निशाना साधा.. उन्होने कहा कि बीजेपी किसानों का आन्दोलन कुचलना चाहती है. जिसे किसी भी कीमत पर बर्बाद नहीं होने दिया जाएगा..
HIGHLIGHTS
- यूपी पुलिस ने आज सहारनपुर रोक लिया था सिद्धू का काफिला
- नवजोत सिद्धू के साथ कई अन्य मंत्रियों को भी लिया गया था हिरासत में
- देर शाम पुलिस ने आलाधिकारियों से बात कर दी जाने की अनुमति